MEA सुषमा स्वराज ने चीन और रूस को कहा- जीरो टॉलरेंस नीति के तहत पाकिस्तान में चल रहे आतंक के अड्डों को किया तबाह

बालाकोट में जैश-ए-मोहम्‍मद के आतंकी ठिकाने पर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रूस और चीन के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक की. इस दौरान विदेश मंत्री ने दोनों देशों के समकक्षों के सामने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले का मुद्दा उठाया.

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Photo Credits: Getty Images)

बीजिंग: बालाकोट में जैश-ए-मोहम्‍मद के आतंकी ठिकाने पर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रूस और चीन के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक की. इस दौरान विदेश मंत्री ने दोनों देशों के समकक्षों के सामने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले का मुद्दा उठाया.

सुषमा स्वराज यहां रूस-भारत-चीन (RIC) की 16वीं विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने पहुंची है. इस दौरान विदेश मंत्री ने मंगलवार को पाकिस्तान में घुसकर किए गए एयरस्ट्राइक का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के समर्थन से जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा हमला किया था. यह बात सबको पता है. जिसके बाद भी पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों पर कोई कार्यवाई नहीं की. इसके बाद ही हमने आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत आतंकियों का सफाया किया.

उन्होंने कहा, 'पुख्ता खुफिया जानकारी के बाद कि जैश भारत के अन्य हिस्सों में आतंकी हमलों की योजना बना रहा है, भारत ने कार्रवाई का फैसला किया. इस एयर स्ट्राइक में इसका पूरा ख्याल रखा गया कि इससे आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे.'

विदेश मंत्री ने कहा, 'यह नॉन मिलिटरी ऑपरेशन था और किसी भी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया. इस हमले का उद्देश्य जैश के ठिकानों को ध्वस्त करना था.'

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गौरतलब है कि 14 फरवरी को आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया था जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे. वहीं मंगलवार, 26 फरवरी को तड़के भारत ने पाकिस्तान के भीतर हवाई हमला कर कई बड़े आतंकवादी शिविरों को तबाह कर दिया. इसमें करीब 200-300 आतंकियों के मारे जाने की खबर है.

रूस-भारत-चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर हुई इस मुलाकात के दौरान स्वराज ने कहा, ‘‘मैं ऐसे वक्त में चीन आयी हूं जब भारत में शोक और गुस्से का माहौल है. यह जम्मू-कश्मीर में हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ सबसे भीषण हमला है.’’

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