Durga Pooja 2022: श्रद्धालुओं के लिए सड़कों के सौंदर्यीकरण, लाइटों की व्यवस्था, चाकचौबंद सुरक्षा और विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाबों के निर्माण करेगी दिल्ली सरकार
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने आज जल बोर्ड के मुख्यालय में दुर्गा पूजा को भव्य और बेहतर बनाने को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस विभाग के बड़े अधिकारी, दक्षिणी दिल्ली के 3 एसडीएम, बाढ़ और सिंचाई विभाग के अधिकारी, कई पूजा समितियों के प्रतनिधि और अन्य कई विभागों के आला अधिकारी भी मौजूद रहे.
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने आज जल बोर्ड के मुख्यालय में दुर्गा पूजा को भव्य और बेहतर बनाने को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस विभाग के बड़े अधिकारी, दक्षिणी दिल्ली के 3 एसडीएम, बाढ़ और सिंचाई विभाग के अधिकारी, कई पूजा समितियों के प्रतनिधि और अन्य कई विभागों के आला अधिकारी भी मौजूद रहे. बैठक में पूजा के बाद विसर्जन से यमुना में बढ़ने वाले प्रदूषण को रोकने को लेकर चर्चा हुई. उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने प्रशासन को निर्देश दिया कि वो यह सुनिश्चित करें कि पूजा के बाद का विसर्जन सिर्फ कृत्रिम तालाबों में ही हो.
दिल्ली जल बोर्ड उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने बाढ़ और सिंचाई विभाग को यह निर्देश दिया कि वो विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाबों का निर्माण करे. जिससे श्रद्धालुओं को सीधे यमुना में विसर्जन ना करना पड़े. दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया कि वो इन कृत्रिम तालाबों में पानी की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करें. जिससे विसर्जन की पूरी प्रक्रिया को सुगम बनाया जा सके. इसके अलावा उपाध्यक्ष ने दक्षिणी दिल्ली में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आयोजन स्थलों के आसपास की सड़कों के सौंदर्यीकरण करने, लाइटों की व्यवस्था करने और चाकचौबंद सुरक्षा के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए. यह भी पढ़ें : Haryana: मनहोर लाल सरकार की उपलब्धि, तय समय में लक्ष्य से अधिक 557 अमृत सरोवर का किया निर्माण
बैठक के बाद विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दक्षिणी दिल्ली में दुर्गा पूजा के दौरान सबसे ज्यादा चहल-पहल रहती है और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ यहां इकट्ठा होती है. पूजा की तैयारियों और पूजा के बाद विसर्जन में किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए मैंने सभी जरूरी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दे दिए हैं. विसर्जन के लिए श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो इसके लिए मैंने कृत्रिम तालाब बनाने और उसमें पानी भरने के निर्देश दिए हैं. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यमुना में विसर्जन को लेकर एनजीटी के निर्देशों का पालन करें, ताकि 2025 तक स्वच्छ और निर्मल यमुना का लक्ष्य जो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तय किया है, उसे पूरा किया जा सके.