हल्के में न लें कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को, भगवान के लिए सरकार की बात सुन ले
ब्रिटेन के बाद दक्षिण अफ्रीका में फैले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर लोगों में कौतूहल तब बढ़ गया जब मंगलवार की सुबह भारत में इसके 6 मरीज मिले. लोग इसलिए परेशान हैं, क्योंकि यह आम कोरोना वायरस की तुलना में 70 प्रतिशत तेजी से फैलता है.
ब्रिटेन के बाद दक्षिण अफ्रीका में फैले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर लोगों में कौतूहल तब बढ़ गया जब मंगलवार की सुबह भारत में इसके 6 मरीज मिले. लोग इसलिए परेशान हैं, क्योंकि यह आम कोरोना वायरस की तुलना में 70 प्रतिशत तेजी से फैलता है. लेकिन राहत की बात यह है कि यह वायरस बहुत ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा रहा है. देश के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर प्रो. के विजय राघवन ने भी कहा है कि इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने यह भी कहा है कि दुनिया भर में बनायी जा रही सभी वैक्सीन इस नए स्ट्रेन पर भी प्रभावी होंगी. लेकिन चूंकि वैक्सीन को विभिन्न चरणों में दिया जाएगा, इसलिए लोगों को धैर्य खरते हुए पहले से अधिक सावधानी रखनी होगी.
मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेसवार्ता में उन्होंने बताया कि वैक्सीन वायरस के ऊपर मौजूद स्पाइक प्रोटीन को टार्गेट करती हैं. वैक्सीन शरीर में एंटीबॉडी तैयार करते हैं, जो वायरस से लड़ते हैं. कोरोना वायरस में हो रहे बदलाव और नए स्ट्रेन उतने प्रभावी नहीं हैं कि उन पर वैक्सीन काम नहीं करे. यह भी पढ़ें: COVID-19 Strain: भारत में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने दी दस्तक, ब्रिटेन से आये 6 लोग यूके वेरिएंट जीनोम से संक्रमित
यूके और दक्षिण अफ्रीका में वायरस में क्या बदलाव
प्रो. विजय राघवन ने बताया कि यूके और दक्षिण अफ्रीका में पाए गए स्ट्रेन में देखा गया है कि वायरस की ऊपरी सतह पर जो स्पाइक प्रोटीन है उसमें बदलाव हुआ है. दरअसल जब वायरस फैलता है, तो वायरस में परिवर्तन आते रहते हैं. ज्यादातर परिवर्तन में न वायरस पर फर्क पड़ता है और न इंफेक्शन पर. कभी-कभी वायरस में ऐसे परिवर्तन आ जाते हैं, कि उसके फैलने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है. स्पाइक प्रोटीन में 17 परिवर्तन हुए हैं, उनमें से 8 काफी अहम हैं. एक बदलाव ऐसा है, जिससे स्पाइक प्रोटीन की किसी इंसान की कोशिका में प्रवेश करने की क्षमता बढ़ गई है. यह भी पढ़ें: योगी सरकार कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर हुई सजग, बनाई जा रही खास रणनीति
यूके में इस नए स्ट्रेन की वजह से पॉजिटिविटी बढ़ी है. यह केवल यूके के लिए नहीं पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण बात है. यूके में 70 प्रतिशत से अधिक नए मामलों में नए स्ट्रेन का संक्रमण पाया जा रहा है. इसलिए आने वाले समय में बहुत अधिक सावधान रहने की जरूरत है.
प्रो. विजयराघवन ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक वायरस के प्रत्येक वेरिएंट पर नज़र बनाए हुए हैं. स्वास्थ्य विभाग सभी राज्यों में अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की संख्या को देखते हुए यह पता लगा रहा है कि किस राज्य में नए स्ट्रेन के फैलने की संभावना अधिक है. जहां कहीं भी नए स्ट्रेन से पॉजिटिव व्यक्ति पाए जाएंगे, उन सभी की टेस्टिंग की जाएगी. अब चूंकि वैक्सीन अलग-अलग चरणों में दी जाएगी, इसलिए सभी को धैर्य रखना होगा और ट्रांसमिशन को नियंत्रण में रखने के लिए पहले से ज्यादा सावधानी बरतनी होगी. यह भी पढ़ें: Coronavirus New Strain: नए कोरोना वायरस को लेकर भारत सतर्क, UK से आने वाले लोगों के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एसओपी
उन्होंने कहा कि हर किसी को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है. उत्तर भारत में ठंड का मौसम है, इसलिए स्वास्थ्य खराब होने की ज्यादा संभावना है. इस समय सभी को दूरी बनाए रखनी है और मास्क को सख्ती से पहनना है.