Delhi Triple Suicide: पॉलीथिन से सील था कमरा, दीवार पर चिपका हुआ था सुसाइड नोट

दिल्ली में रविवार को ट्रिपल सुसाइड केस से जुड़ी अन्य जानकारियां सामने आ रही हैं. शनिवार को, वसंत विहार के वसंत अपार्टमेंट में फ्लैट नम्बर-207 में एक 55 वर्षीय महिला और उसकी 30 और 26 वर्षीय दो बेटियों के शव बरामद हुए.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली, 22 मई : दिल्ली में रविवार को ट्रिपल सुसाइड केस से जुड़ी अन्य जानकारियां सामने आ रही हैं. शनिवार को, वसंत विहार के वसंत अपार्टमेंट में फ्लैट नम्बर-207 में एक 55 वर्षीय महिला और उसकी 30 और 26 वर्षीय दो बेटियों के शव बरामद हुए. मृतकों की पहचान मंजू श्रीवास्तव (मां) और दो बेटियों अंशिका और अंकू के रूप में हुई है. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) मनोज सी ने कहा कि एक स्थानीय निवासी ने रात करीब 8.55 बजे पीसीआर कॉल की और बताया कि एक घर अंदर से बंद है और लोग दरवाजा नहीं खोल रहे हैं.

सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत हरकत में आ गई. थाना प्रभारी समेत अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे और देखा कि दरवाजे और खिड़कियां चारों तरफ से बंद हैं. फ्लैट भी अंदर से लॉक है. डीसीपी ने कहा, पुलिस ने जब दरवाजा खोला, तो पाया कि एक गैस सिलेंडर आंशिक रूप से खुला था और एक सुसाइड नोट भी था. जैसे ही पुलिस कमरों की जांच करने के लिए आगे बढ़ी, तो उन्हें चार छोटी-छोटी अंगीठी दिखी और तीन शव बिस्तर पर पड़े मिले. यह भी पढ़ें : अयोध्या, काशी, मथुरा के बाद ताजमहल और कुतुब निशाने पर

अंगीठी से निकलने वाला धुआं बाहर न निकले, इसके लिए कमरे को पूरी तरह से पॉलीथिन से सील कर दिया गया था. जिसकी वजह से कमरा 'गैस चैंबर' बन गया और जहरीले धुएं में दम घुटने के कारण तीनों की मौत हो गई. यह भी पता चला कि सुसाइड नोट के कुछ पन्ने कमरे की दीवार पर चिपकाए गए थे. प्रारंभिक जांच से पता चला है कि घर के मालिक उमेश श्रीवास्तव की अप्रैल 2021 में कोविड 19 के कारण मृत्यु हो गई थी. तब से परिवार डिप्रेशन में था.

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