Delhi Pollution: जहरीली हवा से आंखों और सीने में जलन, प्रदूषण से हो रही ये खतरनाक बीमारियां; ऐसे करें बचाव

देश की राजधानी में सांस लेना मुश्किल हो गया है. हवा में प्रदूषण इस कदर फैल चुका है कि लोगों को आखों और सीने में जलन होने लगी है, गले में इंफेक्शन हो रहा है, सरदर्द के मामले बढ़ रहे हैं.

Representational Image | PTI

नई दिल्ली: देश की राजधानी में सांस लेना मुश्किल हो गया है. हवा में प्रदूषण इस कदर फैल चुका है कि लोगों को आखों और सीने में जलन होने लगी है, गले में इंफेक्शन हो रहा है, सरदर्द के मामले बढ़ रहे हैं. दिल्ली के वायु प्रदूषण से अब सांसों पर संकट आ गया है. आसान शब्दों में कहा जाए तो हर सांस के साथ दिल्लीवाले पूरे दिन में 40-50 सिगरेट के बराबर धुआं फेफड़ों तक पहुंचा रहे हैं. दिल्ली गैस चेंबर में तब्दील हो चुकी है. यहां हवा ने जीना मुहाल कर दिया है. बाहर क्या अब घरों में भी लोगों को सांस लेने में परेशानी, आंखों में जलन का सामना करना पड़ रहा है. नवंबर की शुरुआत में ये हाल है तो आने वाले महीनों में क्या होगा यह सोचकर लोगों की परेशानी और बढ़ रही है. Delhi Pollution: दिल्ली में पांचवीं तक सभी स्कूल बंद, निर्माण गतिविधियों पर भी प्रतिबंध.

दिल्ली के तमाम इलाके धुंध की मोटी चादर से ढके हैं. दिल्ली के सभी शहर रेड जोन में पहुंच गए हैं. इस सीजन में दिल्ली के एक्यूआई ने 800 का आंकड़ा भी पार कर दिया है. सुबह-सुबह जहां लोधी रोड का एक्यूआई 500 के पार दर्ज किया गया तो वहीं सुबह 10 बजे के आसपास आनंद विहार का एक्यूआई 865 मापा गया. दिल्ली के अधिकांश इलाकों में AQI 500 के पार या 500 के करीब है.

जहरीली हवा से अस्पताल जाने को मजबूर

प्रदूषण बढ़ने के साथ ही दिल्ली के अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ गई है जो खांसी, गले में संक्रमण, आंखों में जलन और नाक बहने, सिरदर्द आदि से परेशान हैं. डॉक्टरों ने बताया कि यहां प्रदूषण के कारण कई रोगियों में मौजूदा ‘ब्रोन्कियल अस्थमा’ की स्थिति भी खराब हो गई है. उन्होंने कहा कि बढ़ते प्रदूषण का सभी आयु के लोगों पर प्रभाव पड़ रहा है.

ऐसे करें खुद का बचाव

प्रदूषण कर रहा दिल्ली को बीमार

दिल्ली के अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर सुरनजीत चटर्जी ने कहा, "दिल्ली में लंबे समय से प्रदूषण से उत्पन्न स्वास्थ्य जटिलताओं के मामले पहले से ही बढ़ रहे हैं और अब लंबे समय से खांसी, गले में संक्रमण, आंखों में जलन, नाक बहने और अन्य तरह की जलन के मरीज सामने आ रहे हैं.’’

दिल्ली में लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के निदेशक डॉ. सुभाष गिरी ने कहा, "पिछले एक सप्ताह के दौरान हमने मौजूदा स्थितियों में बढ़ोतरी के साथ ओपीडी और आपातकालीन खंड में आने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी है. अस्पताल में युवा मरीज ‘ब्रोन्कियल अस्थमा’ की बिगड़ती स्थिति और बुजुर्ग मरीज ‘सीओपीडी’ के लक्षणों के साथ आ रहे हैं.''

सरकारी एवं निजी दोनों अस्पतालों के चिकित्सा विशेषज्ञों ने लोगों को सुबह-सुबह व्यायाम करने या टहलने के लिए बाहर नहीं निकलने की चेतावनी दी और उन्हें बाहर निकलते समय मास्क पहनने के लिए कहा.

Share Now

\