Delhi MCD Election 2022: कांग्रेस ने उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू की
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits PTI)

नई दिल्ली, 3 सितम्बर : दिल्ली में आगामी दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनाव के लिए कांग्रेस ने शुक्रवार को उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पार्टी ने अपने जिला पर्यवेक्षकों से वाडरें में सभी हितधारकों से मिलने और एक रिपोर्ट तैयार करने को कहा है. दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल ने आईएएनएस को बताया, "यह प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू होकर 9 सितंबर तक चलेगी. इसके बाद पर्यवेक्षक पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और बाद में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के साथ बैठकर संभावित उम्मीदवार की सूची तैयार करेंगे." उन्होंने कहा कि उनसे रिपोर्ट मिलने के बाद वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और संबंधित जिला पर्यवेक्षकों के साथ अंतिम सूची तैयार कर कांग्रेस आलाकमान को भेजेंगे.

पर्यवेक्षक जिला कांग्रेस कार्यालयों में बैठेंगे और निर्धारित समय और तारीख पर सभी हितधारकों से मिलेंगे. पर्यवेक्षक हरियाणा के कांग्रेस विधायक हैं और उन्हें सभी जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है. एमसीडी चुनाव 2022 में निर्धारित किए गए हैं लेकिन कांग्रेस ने चुनाव से एक साल पहले तैयारी शुरू कर दी है. एमसीडी को तीन क्षेत्रों में विभाजित किया गया है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तीनों क्षेत्रों में स्थानीय निकाय पर शासन कर रही है. एमसीडी चुनाव अगले बड़े लोकसभा चुनावों में मतदाताओं के मूड के संकेतक हैं. अभी बीजेपी के पास सबसे ज्यादा 181 सीटें हैं, उसके बाद आप के पास 49 और कांग्रेस के पास 31 सीटें हैं.

इस प्रक्रिया से पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली कांग्रेस टीम से मुलाकात की और उन्हें एक इकाई के रूप में काम करने की सलाह दी और उन्हें पार्टी के आउटरीच कार्यक्रमों में भाग लेने का आश्वासन दिया. दिल्ली कांग्रेस सभी वार्ड में हर घर तक पहुंचने के लिए एक बड़ा आउटरीच कार्यक्रम लेकर आ रही है ताकि वहां के मुद्दों पर जानकारी इक्ठ्ठी की जा सके और दिल्ली के साथ-साथ केंद्र सरकार की कोविड -19 महामारी के दौरान लोगों की प्रतिक्रिया इक्ठ्ठी की जा सके. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने कहा, "पार्टी के स्वयंसेवक हर घर का दौरा कर रहे हैं और महामारी के दौरान लोगों और सरकारों की भूमिका का फीडबैक ले रहे हैं, चाहे वह केंद्र सरकार हो, दिल्ली सरकार हो या एमसीडी हो क्योंकि दिल्ली में कई अस्पताल एमसीडी द्वारा चलाए जा रहे हैं." यह भी पढ़ें : Teachers’ Day 2021 in India: डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में क्यों मनाया जाता है टीचर्स डे, जानें इसका महत्व और इतिहास

चौधरी ने कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान, केंद्र और राज्य की सत्ताधारी सरकार विफल रही और कुप्रबंधन के कारण लोगों को महामारी का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि सड़कों पर केवल कांग्रेस के स्वयंसेवक मौजूद थे. परवेज आलम खान, जिन्होंने दक्षिण एमसीडी में कांग्रेस के टिकट पर पिछला स्थानीय निकाय चुनाव लड़ा, लेकिन आम आदमी पार्टी (आप) से हार गए, उन्होंने कहा, "मैंने अपने वार्ड में 300 से ज्यादा घरों का दौरा किया है और समस्याओं को सुलझाने की कोशिश कर रहा हूं. बारिश और खराब सीवेज सिस्टम के कारण जलभराव जैसे क्षेत्र में जिसे स्थानीय पार्षद ने नजरअंदाज किया है." कांग्रेस राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव के बाद चुनाव हारती रही है. दिल्ली में लगातार तीन बार शासन करने के बाद वर्तमान में पार्टी के पास लोकसभा, दिल्ली विधानसभा और राज्यसभा में शून्य सीटें हैं.