नई दिल्ली: लोकसभा सांसद पप्पू यादव ने मंगलवार को दावा किया कि ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर से 10 से 12 लोग लापता हैं, जहां शनिवार शाम तीन यूएसपीसी अभ्यर्थियों की डूबने से मौत हो गई थी. पप्पू यादव ने कहा, "कोचिंग सेंटर में न केवल तीन छात्रों की मौत हुई है, बल्कि छह लापता छात्रों की सूची भी है. मेरा मानना है कि 10 से 12 लोग लापता हैं. इस तथ्य को छिपाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं." Read Also: दिल्ली कोचिंग हादसे की जांच करेगी गृह मंत्रालय की कमेटी, 30 दिन में सौंपनी होगी रिपोर्ट.
पप्पू यादव ने कहा, कोचिंग संस्थानों पर कोई निगरानी नहीं है और सरकार को उन्हें विनियमित करने के लिए एक कानून बनाना चाहिए, उन्होंने कहा, वर्तमान में देश में उनके लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं हैं.
यादव ने कहा, “छात्र कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं और उनका शोषण किया जा रहा है.। कोटा में 900 छात्रों ने आत्महत्या की है. बिहार में सबसे ज़्यादा 60 प्रतिशत छात्र पढ़ाई के लिए बेंगलुरु, कोटा और दिल्ली जाते हैं. यूपीएससी परीक्षा में बैठने वाले ज़्यादातर छात्र बिहार से हैं.”
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कमी है और सरकार ने बिहार के छात्रों को आईआईटी और आईआईएम में प्रवेश नहीं दिया है. यादव ने कहा, “बिहार के लोग दूसरे राज्यों में अपने बच्चों की शिक्षा पर 40,000 करोड़ रुपये खर्च करते हैं. दुर्भाग्य से, सरकार ने उनकी सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया है. कोचिंग संस्थान देशभर में छात्रों का शोषण कर रहे हैं.”
छात्रों की मौत के खिलाफ प्रदर्शन जारी
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में छात्रों ने यूपीएससी के तीन छात्रों की मौत के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. यह घटना शनिवार शाम को भारी बारिश के बाद ओल्ड राजेंद्र नगर के राऊ के स्टडी सर्कल में हुई. यूपीएससी के उम्मीदवार मांग कर रहे हैं कि मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाए और मरने वालों की सही संख्या का खुलासा किया जाए.