Delhi Air Pollution: दिल्ली में प्रदूषण का कहर जारी, आसमान में बिछी स्मॉग की चादर, आने वाले दिनों में बदलाव के आसार नहीं
चांदनी चौक में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 314 पर था, द्वारका में यह 336- दोनों जगह 'बहुत खराब' श्रेणी में था. जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के आसपास, हवा की गुणवत्ता 281 पर थी और मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम के चारों ओर 279- दोनों 'खराब' श्रेणी में है.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में शुक्रवार सुबह स्मॉग की चादर आसमान में बिछी दिखाई दी. दिल्ली के कई इलाकों में सुबह धुंध की चादर दिखाई. राजधानी में शुक्रवार को एयर क्वालिटी 'खराब' और 'बहुत खराब' दर्ज की गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, हवा के रुख में बदलाव से शहर के प्रदूषण में स्टबल बर्न का हिस्सा थोड़ा बढ़ गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, सिरिफोर्ट के आसपास वायु गुणवत्ता सूचकांक 287 है और श्री अरबिंदो मार्ग में 291- दोनों 'खराब' श्रेणी में है. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, सरकारी एजेंसियों ने कहा कि अगले तीन से चार दिनों में कोई महत्वपूर्ण बदलाव होने की संभावना नहीं है.
इस बीच, चांदनी चौक में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 314 पर था, द्वारका में यह 336- दोनों जगह 'बहुत खराब' श्रेणी में है. जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के आसपास, हवा की गुणवत्ता 281 पर थी और मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम के चारों ओर 279- दोनों 'खराब' श्रेणी में है. बता दें कि 0 और 50 के बीच एक AQI पढ़ने को "अच्छा", 51 और 100 "संतोषजनक", 101 और 200 "मध्यम", 201 और 300 "खराब", 301 और 400 "बहुत खराब" और 401 और 500 "गंभीर" माना जाता है. ₹ 2,000 Fine For Not Wearing Mask In Delhi: कोरोना संकट के बीच दिल्ली की केजरीवाल सरकार का बड़ा फैसला.
आसमान में धुंध:
एयर क्वालिटी खराब:
आईएमडी के पर्यावरण अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वीके सोनी के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने बुधवार को हवा में स्टबल बर्निंग को थोड़ा बढ़ा दिया. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के एयर क्वालिटी मॉनिटर, SAFAR के अनुसार, इस सप्ताह बुधवार को दिल्ली के PM2.5 प्रदूषण में स्टबल बर्निंग का हिस्सा 8 प्रतिशत था.
केंद्र सरकार की एयर क्वालिटी अरली वार्निंग सिस्टम ने यह भी कहा कि दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता "मध्यम" और गुरुवार और शुक्रवार को "खराब" श्रेणी के निचले-अंत में रहने की संभावना है. एक सरकारी एजेंसी के अनुसार, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में हवा की गुणवत्ता "बहुत खराब" स्तर तक पहुंच गई, जबकि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में नोएडा, फरीदाबाद और गुड़गांव में "खराब" श्रेणी में रहा.