Debit Card Fraud: इन टिप्स को फॉलो कर एटीएम स्किमिंग, कार्ड क्लोनिंग से करें खुद का बचाव, नहीं तो अकाउंट हो जाएगा खाली!
डेबिट कार्ड से लेन-देन करते समय हमेसा सावधान रहना चाहिए क्योंकि आप कभी भी जालसाज के धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं. आपके खाते की जानकारी हासिल कर जालसाज आपका पूरा अकाउंट साफ कर सकते हैं. कुछ जरुरी बातों का ध्यान रख कर आप इनसे बचाव कर सकते हैं.
Debit Card Fraud: डेबिट कार्ड (Debit Card), जिसे एटीएम कार्ड (ATM Card) भी कहा जाता है. डेबिट कार्ड को देश के कैशलेस लेनदेन (Cashless Transaction) की नींव भी माना जाता है. डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड (Credit Card) की तरह ही काम करता है. ATM कार्ड के माध्यम से लेन-देन करते समय सावधान रहना चाहिए क्योंकि आप धोखाधड़ी के (Fraud) शिकार हो सकते हैं. जालसाज आपके खाते (Bank Account) की जानकारी हासिल करने के लिए कई तरह की तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं. जिन तरीकों से धोखाधड़ी को अंजाम दिया जाता है उनमें से एक तरीका ATM कार्ड स्किमिंग भी है. ATM से पैसे निकालने के बाद तुरंत करना चाहिए ये काम, वर्ना हो सकते हैं ठगी के शिकार!
क्या है एटीएम स्किमिंग (Card Skimming) ?
एक छोटी सी डिवाइस का इस्तेमाल करके डेबिट कार्ड की जानकारी की कर ली जाती है. इस डिवाइस को स्किमर कहते हैं. स्किमर से एटीएम ट्रांजेक्शन के दौरान कार्ड की जानकारी चुरी ली जाती है. जालसाज इसका इस्तेमाल ऑनलाइन खरीदारी या क्लोन कार्ड बनाने के लिए करते हैं और धोखे से आपका अकाउंट खाली कर देते हैं. कार्ड स्किमिंग के अलावा जालसाज और भी तरीको से ठगी को अंजाम देते हैं. जैसे कार्ड ट्रैप करना (एटीएम मशीन में स्थापित डिवाइस का उपयोग करके कार्ड को फंसाना)
ATM फ्रॉड से कैसे बचें
स्पैम ईमेल और मैसेजेस से सावधान रहें. ये बैंक के नाम पर आपसे व्यक्तिगत जानकारी और कार्ड से संबंधित डिटेल मांग सकते हैं. यदि आपको इनमें कुछ संदिग्ध लगता है तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें और उन्हें इस मामले की जानकारी दें.
- एटीएम पिन को दर्ज करें तो उसे ढंक लें.
- हमेशा एटीएम मशीन से नकदी निकासी करते समय मशीन में कार्ड डालने के स्थान की जांच करें. जालसाज उस जगह पर क्लोनिंग डिवाइस लगा देते हैं और ATM कार्ड स्कैन कर लेते हैं.
- मशीन पर कार्ड रीडर ढीला लगा हुआ तो इस्तेमाल न करें.
- अपनी बैंकिंग गतिविधि पर नजर रखें और अगर कुछ संदिग्ध लेनदेन की जानकारी दिखाई दे, तो तुरंत अपने बैंक को इसकी जानकारी दें.