राफेल डील: दसॉ एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने राहुल गांधी के दावों की खोली पोल, कहा- अंबानी को हमने खुद चुना, बैकफुट पर कांग्रेस

एरिक ट्रैपियर ने राहुल गांधी द्वारा उनपर झूठ बोलने के आरोपों को भी ख़ारिज किया. उन्होंने कहा कि "मैं झूठ नहीं बोलता, जो बात मैंने पहले कही थी, और जो बयान मैंने दिए, वे सच हैं. मैं एक कंपनी का सीईओ हूं और इस पोजीशन में रहकर आप झूठ नहीं बोल सकते."

Photo: ANI

राफेल डील को लेकर दसॉ एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने आज कई अहम खुलासे किए हैं. समाचार एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में उन्होंने राहुल गांधी के सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अनिल अंबानी की कंपनी के साथ जुड़ने का फैसला हमारा था. भारतीय एयरफोर्स इस डील का समर्थन इस लिए कर रही है क्योंकि उन्हें फाइटर प्लेन चाहिए.

एरिक ट्रैपियर ने राहुल गांधी द्वारा उनपर झूठ बोलने के आरोपों को भी खारिज किया. उन्होंने कहा कि "मैं झूठ नहीं बोलता, जो बात मैंने पहले कही थी, और जो बयान मैंने दिए, वे सच हैं. मैं एक कंपनी का सीईओ हूं और इस पोजीशन में रहकर आप झूठ नहीं बोल सकते."

बता दें कि इसी महीने की 2 तारिख को राहुल गांधी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि दसॉ एविएशन ने राफेल जेट विमान सौदे हासिल करने के लिए घाटे वाली भारतीय कंपनी में 284 करोड़ रुपये का निवेश किया था. हालांकि, राहुल के आरोपों को रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने खारिज कर दिया था.

रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के प्रवक्ता ने कहा था कि काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि समूह और इसके अध्यक्ष को लगातार राज्यों के विधानसभा चुनावों व आम चुनाव के पहले राजनीतिक लड़ाई में घसीटा जा रहा है. कंपनी ने कहा कि रिलायंस एयरपोर्ट डेवलपर्स लिमिटेड (आरएडीएल) में दसॉ के निवेश का भारत और फ्रांस की सरकारों के बीच राफेल विमान सौदे से कोई संबंध नहीं है.

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