पश्चिम बंगाल में ‘अम्फान’ के जाने के बाद जिंदगी को पटरी पर लाने की कोशिश जारी, सेना भी जुटी
पश्चिम बंगाल में सुपर साइक्लोन अम्फान ने जमकर तबाही मचाई है. राज्य में शक्तिशाली चक्रवात के कारण कम से कम 80 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. तूफान ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा, हुगली और उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में सुपर साइक्लोन अम्फान (Amphan) ने जमकर तबाही मचाई है. राज्य में शक्तिशाली चक्रवात के कारण कम से कम 80 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. तूफान ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा, हुगली और उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की अपील पर केंद्र सरकार ने सेना (Indian Army) को राहत और बचाव कार्य के लिए भेजा है.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने सोमवार को कुछ तस्वीरें साझा की. जिसमें भारतीय सेना के जवान कोलकाता के बल्लीगंज गार्डन में गिरे हुए पेड़ों को काटकर रास्तों को साफ करते दिख रहे है. पश्चिम बंगाल सरकार के अनुरोध पर एनडीआरएफ की दस अतिरिक्त टीमों को कोलकाता भेजा गया है. जिससे प्रभावित इलाकों में स्थिति जल्दी सामान्य की जा सके. वर्तमान में पश्चिम बंगाल के चक्रवाती तूफान प्रभावित 6 जिलों में एनडीआरएफ की कुल 36 टीमों की तैनाती की गई है. पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान से मची तबाही के बाद कई इलाकों में शुरू हुई बिजली सेवा, 86 लोगों की हो चुकी है मौत
बीते शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और राज्य के लिए 1,000 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की. साथ ही प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये व गंभीर जख्मी लोगों को 50,000 रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश इस संकट की घड़ी में बंगाल के साथ खड़ा है. केंद्र सरकार हरसंभव मदद देगी. चक्रवात अम्फान के बाद पश्चिम बंगाल में जनजीवन को पटरी पर लाने में जुटी सेना और NDRF की टीम
गंभीर चक्रवात अम्फान ने बुधवार दोपहर को पश्चिम बंगाल में कहर बरपाना शुरू किया था. तूफान ने राज्य के तट पर पहुंचने के साथ ही तबाही मचाना शुरू कर दिया. विभिन्न हिस्सों में 155 से 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चली और भारी बारिश हुई. जिससे कई इलाके जलमग्न हो गए. बताया जा रहा है कि साल 1999 के बाद से बंगाल की खाड़ी में इतना ताकतवर चक्रवात उठा है.