COVID-19 Update: कोरोना ने फिर पकड़ी रफ्तार, केरल में एक दिन में आए 292 नए केस, तीन की मौत
देशभर में कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है. बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटों में COVID-19 के 614 नए मामले सामने आए.
नई दिल्ली: देशभर में कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है. बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटों में COVID-19 के 614 नए मामले सामने आए. देश भर में दर्ज किए गए 614 COVID-19 संक्रमण के मामले में से 292 केरल से थे. इसके साथ ही केरल में 3 मरीजों की मौत हो गई. इससे पहले मंगलवार को राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा था कि केरल में COVID-19 मामलों में वृद्धि के बावजूद, चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि राज्य वायरस संक्रमण से निपटने के लिए अच्छी तरह से तैयार है. Covid 19 New Variant JN.1: उत्तराखंड सरकार ने कोविड-19 के नए वेरिएंट को लेकर एडवाइजरी जारी की.
अचानक बढ़ने लगे कोरोना के मामले
दुनिया में एक बार फिर कोरोना वायरस ने हड़कंप मचा दिया है. चीन से लेकर अमेरिका, सिंगापुर तक कोरोना फिर पैर पसर रहा है. वहीं अब भारत में भी कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं. कोरोना का JN.1 वेरिएंट भारत में दस्तक दे चुका है. भारत में पिछले कुछ महीनों पहले सबकुछ ठीक था. कोरोना भी काबू में था, लेकिन अब JN.1 वेरिएंट की एंट्री और कोरोना की स्पीड ने चिंता बढ़ा दी है.
कितना खतरनाक है कोरोना का JN.1 वैरिएंट?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के नए सब-वेरिएंट JN.1 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' के रूप में क्लासिफाइड किया है लेकिन कहा है कि इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य को ज्यादा खतरा नहीं है. JN.1 को पहले इसके मूल वंश BA.2.86 के एक हिस्से के रूप में वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट के तौर पर वर्गीकृत किया गया था.
डब्ल्यूएचओ ने कहा, ''मौजूदा साक्ष्यों के आधार पर JN.1 से उत्पन्न अतिरिक्त वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम को वर्तमान में कम माना गया है." बता दें कि 8 दिसंबर को भारत में भी जेएन.1 वैरिएंट का पहला मामला सामने आया था. केरल में एक 79 वर्षीय महिला इससे संक्रमित हुई थी.
क्या कह रहे हैं हेल्थ एक्सपर्ट
देश में कोरोना के मामलों में हालिया बढ़ोतरी के बीच डॉक्टरों ने लोगों को मास्क पहनने, भीड़भाड़ से बचने और स्वस्थ आहार लेने की सलाह दी है. क्रिसमस और नए साल के करीब आने के साथ कोरोना के मामलों में और बढ़ोतरी हो सकती है.