COVID-19: केरल की स्थिति चिंताजनक, वैक्सीन लगवाने के बाद भी संक्रमित हो रहे हैं लोग
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

देश में कोरोना (COVID-19) के मामले पहले से काफी कम हो गए हैं, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. इस बीच केरल (Kerala) से अभी भी संक्रमण के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं. केरल केंद्र के लिए अभी भी चिंता का विषय बना हुआ है. चिंता की अधिक बात यह है इन संक्रमितों में बड़ी संख्या में वे लोग भी शामिल हैं जो वैक्सीन (COVID-19 Vaccine)  की दोनों डोज ले चुके हैं. राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार दोनों वैक्सीन लगवा चुके कई लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. हालांकि केवल कुछ मामलों में ऑक्सीजन बेड या आईसीयू में की जरूरत पड़ी है. कोरोना के साथ ही बढ़ रहा है निपाह वायरस का खतरा, हो सकती है अगली महामारी!

इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया, आंकड़ों के अनुसार केरल में पिछले 15 दिनों यानी 19 अक्टूबर से 2 नवंबर तक कोरोना के 1,19,401 पॉजिटिव मामले सामने आए. इनमें से 1,00,593 ने वैक्सीन नहीं ली थी जबकि इनमें से 67,980 (कुल मामलों की संख्या का 57.9 प्रतिशत) लोगों ने या तो वैक्सीन की दोनों डोज या कम से कम एक डोज ली थी.

संक्रमित 1,19,401 लोगों में से 40,584 (कुल गिनती का 34.9 प्रतिशत) लोगों ने वैक्सीन की दोनों खुराक ली थी जबकि 27,396 (कुल गिनती का 22.9 प्रतिशत) लोगों ने वैक्सीन की एक डोज ली थी.

वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोगों में संक्रमण चिंताजनक है लेकिन राहत की बात यह है कि इनमें से बेहद कम लोगों को ही ऑक्सीजन बेड या आईसीयू की जरूरत पड़ी. वैक्सीन संक्रमण को बेहद कम देती है और रोग से लड़ने के लिए एंटीबॉडी प्रदान करती है, इसलिए कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज जरूर लें.

पूरी तरह से टीका लगाए गए व्यक्ति संक्रमित हो रहे हैं, लेकिन उनमें से कोविड के कारण मौतें बहुत दुर्लभ हैं. स्वास्थ्य विभाग ने बताया, ऐसे मामलों में जहां पूरी तरह से टीका लगाए गए लोगों की मृत्यु हो जाती है, वहां मरीज या तो बहुत बूढ़े हो गए थे या गंभीर कॉमरेडिटी वाले थे.

वर्तमान में भारत में कोरोना के दैनिक मामलों की संख्या का लगभग 50 प्रतिशत केरल से है. वहीं देश में सक्रिय मामलों का 45 प्रतिशत हिस्सा केरल से है.