COVID-19 के कारण इस साल रद्द हुई अमरनाथ यात्रा, इस बार नहीं हो पाएंगे बाबा बर्फानी के दर्शन
कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते संक्रमण से देश में हाहाकार मचा हुआ है. कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या देश में लगातार बढ़ती जा रही है. वहीं कोरोना वायरस का असर हर चीज पर पड़ने लगा है. फिर चाहे वो शादी, पूजा, सिनेमा जगत हो या फिर पर्यटन. वहीं इस बीच अब यह खबर आई है कि कोरोना वायरस के कारण जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) रद्द कर दी गई है. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने यह फैसला लिया है. बोर्ड ने कहा है कि मौजूदा हालात की समीक्षा करने के बाद यह फैसला लिया गया है कि इस साल की अमरनाथ यात्रा का संचालन करना उचित नहीं है. रद्द होने से पहले अमरनाथ यात्रा की शुरुवात 23 जून और उसके बाद 21 जुलाई से शुरू होनी थी.
कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते संक्रमण से देश में हाहाकार मचा हुआ है. कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या देश में लगातार बढ़ती जा रही है. वहीं कोरोना वायरस का असर हर चीज पर पड़ने लगा है. फिर चाहे वो शादी, पूजा, सिनेमा जगत हो या फिर पर्यटन. वहीं इस बीच अब यह खबर आई है कि कोरोना वायरस के कारण जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) रद्द कर दी गई है. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने यह फैसला लिया है. बोर्ड ने कहा है कि मौजूदा हालात की समीक्षा करने के बाद यह फैसला लिया गया है कि इस साल की अमरनाथ यात्रा का संचालन करना उचित नहीं है. रद्द होने से पहले अमरनाथ यात्रा की शुरुवात 23 जून और उसके बाद 21 जुलाई से शुरू होनी थी.
बता दें कि इससे पहले कोरोना वायरस महामारी के कारण रोजाना 500 से अधिक तीर्थयात्रियों को पवित्र गुफा में दर्शन के लिए जाने की इजाजत नहीं दी थी. लेकिन अब इसे रद्द कर दिया गया है. वहीं इस फैसले के बाद अब भक्तगण अपने प्रिय बाबा बर्फानी का दर्शन इस साल नहीं कर पाएंगे. वहीं भारतीय सेना ने शुक्रवार को कहा कि ऐसी जानकारी मिली है कि आतंकवादी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं.
ANI का ट्वीट:-
गौरतलब हो कि पिछले सप्ताह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमरनाथ जाकर स्थिति का जायजा लिया था और बाबा बर्फानी का दर्शन किया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हर साल बाबा बर्फानी का दर्शन करने अमरनाथ यात्रा में 10 लाख से ज्यादा भक्त शामिल होते हैं. वहीं जब देश में कोरोना का संकट मंडरा रहा है तो इतनी संख्या में लोगों के आने से कोरोना फैलने का खतरा बढ़ सकता था.