क्या राहुल गांधी ने बताया अपने पूर्वजों के इस्लामिक देश का एजेंडा? जानें इस वायरल ट्वीट की पूरी सच्चाई

नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) पर विरोध के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का एक फर्जी ट्वीट वाली तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. इसमें दावा किया गया है कि राहुल गांधी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ ट्वीट किया है.

राहुल गांधी के नाम का फेक ट्वीट (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) पर विरोध के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का एक फर्जी ट्वीट वाली तस्वीर सोशल मीडिया (Social Media) पर खूब वायरल हो रही है. इसमें दावा किया गया है कि राहुल गांधी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ ट्वीट किया है.

केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी के नाम से शेयर हो रहे इस झूठे पोस्ट में लिखा है ‘नागरिकता बिल पास करा कर बीजेपी हिंदू राष्ट्र के एजेंडे पर चल रही है. हमारे पूर्वजों का एजेंडा हमेशा से इस्लामिक कंट्री पर रहा है. इसलिए हमने दो इस्लामिक कंट्री बनाएं- पाकिस्तान और बांग्लादेश. अब हम भारत को हिंदू राष्ट्र बनते नहीं देख सकते.’ राहुल गांधी का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला, कहा- वे हमारे भारत को बांटकर नफरत के पीछे छिप रहे हैं

व्हाट्सएप और ट्विटर पर वायरल हो रहे इस फर्जी ट्वीट में कांग्रेस नेता के नाम के साथ उनकी तस्वीर भी लगाई गई है. हालांकि, इसमें लिखे तथ्य बिलकुल गलत है. अब तक राहुल गांधी ने ऐसा कोई बयान ना ही दिया है और ना ही ट्वीट किया है.

हालांकि लोकसभा में वायनाड का प्रतिनिधित्व करने वाले राहुल गांधी मोदी सरकार के नए नागरिकता कानून का खूब विरोध करते रहे हैं. इसको लेकर उन्होंने आखिरी बार 11 दिसंबर को ट्वीट किया था.

उल्लेखनीय है कि नया नागरिकता कानून उन छह गैर-मुस्लिम समुदायों हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई प्रवासियों पर लागू होगा, जो 31 दिसंबर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न का सामना करने के बाद भारत आए हैं. मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, प्रवासियों को भारतीय नागरिक के रूप में पंजीकरण सहित अन्य सभी शर्तों को पूरा करना होगा.

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