Malegaon Blast Case: कर्नल पुरोहित मालेगांव ब्लास्ट मामले में बरी होने के बाद पहली बार पुणे अपने घर पहुंचे, लोगों ने गर्मजोशी के साथ किया स्वागत; VIDEO

Malegaon Blast Case:  मालेगांव विस्फोट मामले में 17 साल बाद कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित समेत सभी सात आरोपियों को एनआईए कोर्ट ने बरी कर दिया है. इस फैसले के बाद, कर्नल पुरोहित पहली बार रविवार 3 अगस्त को पुणे अपने घर पहुंचे, जहां उनका ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया.

कर्नल पुरोहित ने साथ देने वालों का किया स्वागत

कर्नल पुरोहित ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "मैं देश और हमारे साथ खड़े रहने वालों का बहुत आभारी हूं. मैं न्यायपालिका का आभारी हूं कि उन्होंने मामले को समझा और न्याय दिलाया. इस लड़ाई के दौरान सशस्त्र बल मेरे साथ खड़े रहे. मेरे पास उन सभी का आभार व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं.  यह भी पढ़े: Malegaon Blast Case: जेल में मुझे इतना प्रताड़ित किया जाता था, जिसके लिए शब्‍द नहीं हैं; प्रज्ञा ठाकुर

कर्नल पुरोहित पहली बार पुणे अपने घर पहुंचे

कर्नल पुरोहित के कॉलेज के दोस्त ने भी किया स्वागत

कर्नल पुरोहित के कॉलेज के एक दोस्त ने कहा, "उन्हें 17 साल बाद न्याय मिला है. उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया था. कोर्ट के फैसले के बाद वह निर्दोष व्यक्ति के तौर पर अपने घर लौट रहे हैं, इसलिए हमें उनका स्वागत करना चाहिए. हम यहां उनका स्वागत करने के लिए सभी तैयारियां कर चुके हैं.

अभिनेता नितीश भारद्वाज ने कहा, "हमने पुरोहित जी के परिवार को पिछले 17 सालों में दुख झेलते हुए देखा है. उनकी मां, पत्नी, बहन और बच्चे बहुत कुछ सहन किए हैं। अब यह सब खत्म हो गया है. हम खुशी महसूस कर रहे हैं.

 मालेगांव में 2008 में हुआ था ब्लास्ट

गौरतलब है कि 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव में एक मस्जिद के पास हुए विस्फोट में छह लोग मारे गए थे और 101 लोग घायल हुए थे। इस मामले में कर्नल पुरोहित समेत अन्य आरोपियों को 17 साल बाद बरी किया गया. इन आरोपियों में पूर्व भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर, मेजर रमेश उपाध्याय (सेवानिवृत्त), अजय राहिरकर, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी शामिल थे।