CM योगी आदित्यनाथ का बहराइच दौरा, भेड़िया प्रभावित गांव पहुंच करेंगे पीड़ित परिवारों से मुलाकात
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को बहराइच पहुंचेंगे. वो उन गांवों का दौरा करेंगे जहां आदमखोर भेड़ियों ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है. उनका पीड़ित परिवारों से मिलने का भी प्रोग्राम है. सीएम योगी रविवार की शाम 3 बजे बहराइच जिला मुख्यालय पहुंचेंगे और अपने 50 मिनट यहां रहेंगे.
बहराइच, 15 सितंबर : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को बहराइच पहुंचेंगे. वो उन गांवों का दौरा करेंगे जहां आदमखोर भेड़ियों ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है. उनका पीड़ित परिवारों से मिलने का भी प्रोग्राम है. सीएम योगी रविवार की शाम 3 बजे बहराइच जिला मुख्यालय पहुंचेंगे और अपने 50 मिनट यहां रहेंगे. पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद अधिकारियों से वार्ता कर आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने में आ रही अड़चनों की समीक्षा करेंगे. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बहराइच की जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच आकर भेड़ियों के आतंक से मारे गए और घायल लोगों के परिजनों से बात करेंगे. इसके साथ इस कार्यक्रम में जिले के सभी जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे और कार्यक्रम की समीक्षा करेंगे. इस कार्यक्रम में इस बात पर विशेष जोर रहेगा कि वन विभाग, पुलिस और प्रशासन भेड़ियों को पकड़ने के लिए आगे क्या कदम उठा रहे हैं.
सीएम के दौरे को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है. एक पुलिस अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री के प्रोग्राम के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. सीएम के दौरे के बाद जो भी आगे के निर्देश मिलेेंगे, उसे लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि बहराइच जिले में पिछले दो महीनों से भेड़ियों ने आंतक मचा रखा है. जिले में सबसे पहले भेड़ियों ने एक बच्ची को अपना निशाना बनाया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किया था. यह भी पढ़ें : दिल्ली की जनता अपने हाथ में लिखेगी मेरा केजरीवाल ईमानदार है: राघव चड्ढा
सीएम योगी ने कहा था कि, हर हाल में भेड़िये को पकड़ा जाए. आवश्यकता के अनुरूप कदम उठाए जाएं. पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुसार प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, स्थानीय पंचायत, राजस्व विभाग क्षेत्र में व्यापक जन जागरूकता पैदा करें. लोगों को सुरक्षा के उपायों के बारे में भी बताएं. जनप्रतिनिधियों का भी इसमें सहयोग लिया जाए.