मुख्यमंत्री नीतीश ने उपेंद्र कुशवाहा के विषय में कहा, पार्टी में रहें बहुत अच्छा, यदि कहीं और जायें तो यह उनकी इच्छा
बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड में उभरा अंतर्कलह शांत होने का नाम नहीं ले रहा. इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के नेता नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा को लेकर कहा कि पार्टी में रहें बहुत अच्छा, यदि कहीं और जायें तो यह उनकी इच्छा है.
पटना, 26 जनवरी : बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड में उभरा अंतर्कलह शांत होने का नाम नहीं ले रहा. इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के नेता नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने उपेंद्र कुशवाहा को लेकर कहा कि पार्टी में रहें बहुत अच्छा, यदि कहीं और जायें तो यह उनकी इच्छा है. गांधी मैदान में गुरुवार को आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि महागठबंधन बना है और हमलोग साथ हैं.
जदयू नेता एवं विधान पार्षद उपेन्द्र कुशवाहा द्वारा किये गये एक ट्वीट के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सब बातों का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने पत्रकारों से ही कहा कि इन सब बातों की चर्चा मत करिये. उनसे ही पूछिये कि तीन बार के बाद आप फिर पार्टी में लौटकर आये तो सबने आपको इज्जत दी. सवालिया लहजे में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके (उपेंद्र) के मन में क्या है, उस संबंध में मीडिया के सामने और ट्वीट के माध्यम से कोई बात की जाती है क्या? पार्टी के अंदर कोई बात है तो आपस में बैठकर बात की जाती है या ट्वीट किया जाता है? यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस समारोह में शिरकत करने के लिए धन्यवाद दिया
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी में आये तो हमने उनका स्वागत किया, पार्टी में रहें बहुत अच्छा, यदि कहीं और जायें तो यह उनकी इच्छा. इन सब चीजों पर हमारी कोई प्रतिक्रिया नहीं है, लेकिन हम इतना जरुर कहेंगे कि इस तरह से इन सब चीजों पर चर्चा नहीं होनी चाहिए. यदि कोई बात है तो पार्टी के अंदर हमेशा लोग बैठकर चर्चा करते हैं. यदि मीडिया में बात आ रही है और ट्वीट कर रहे हैं तो समझ लीजिये कि कोई बात होगी.
उल्लेखनीय है कि कुशवाहा ने बुधवार को एक ट्वीट कर पार्टी में हिस्सेदारी की ओर इशारा करते हुए लिखा था कि बड़ा अच्छा कहा भाई साहब आपने. ऐसे बड़े भाई के कहने से छोटा भाई घर छोड़कर जाने लगे तब तो हर बड़का भाई अपने छोटका को घर से भगाकर बाप-दादा की पूरी संपत्ति अकेले हड़प ले. ऐसे कैसे चले जाएं अपना हिस्सा छोड़कर?