भीमा-कोरेगांव हिंसा को लेकर सीएम फडणवीस का बड़ा खुलासा, कहा-घटना एक बड़े साजिश का था हिस्सा
पुणे भीमा-कोरेगांव हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले के हुए एक बड़ा खुलासा किया है. उनकी माने तो भीमा-कोरेगांव विरोध और हिंसा कोई घटना नहीं थी बल्कि एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी
मुंबई: पुणे भीमा-कोरेगांव हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बड़ा खुलासा किया है. उनकी माने तो भीमा-कोरेगांव विरोध और हिंसा कोई घटना नहीं थी बल्कि एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी. क्योंकि घटना के छापेमारी के बाद जो पता चला है उसके मुताबिक़ ये लोग नक्सलियों के साथ मिलकर किसी बड़े घटना को एक साजिश के तहत अंजाम देना चाहतें थे. लेकिन लोगों के लिए अच्छी बात है कि इसके पहले ही इन सभी लोगों को हिरासत में ले लिया गया. बता दे कि देवेंद्र फडणवीस ने यह बात 16वीं हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में कहीं.
इस हिंसा को लेकर आगे देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कई सूडो लिबरल्स (छद्म उदारवादियों) ने इस मामले में वे देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट गए हुए थे. लेकिन उनकी वहां इनकी एक भी नहीं सुनी गई. बल्कि उनके पक्ष में ही फैसला रहा. इसलिए सभी पांचो वामपंथी अभी भी नजरबंद है. यह भी पढ़े: भीमा कोरेगांव: SC ने पांचों वामपंथी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर फैसला रखा सुरक्षित, सोमवार तक रहेंगे नजरबंद
बता दें कि भीमा कोरेगांव हिंसा की साजिश रचने और नक्सलवादियों से संबंध रखने के आरोप में पुणे पुलिस ने बीती 28 अगस्त को देश के अलग-अलग हिस्सों में छापामारी करके वामपंथी विचारक गौतम नवलखा, वारवारा राव, सुधा भारद्वाज, अरुण फरेरा और वरनोन गोंजालवेस 5 लोगों को हिरासत लिया था. जिसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट गया. ये सभी वामपंथियों का अदालत से कहना था कि किसी राजनीतिक साजिश के तरह पुलिस ने उन लोगों को हिरासत में लिया है. इसलिए उन्हें रिहा किया जाये. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन लोगों की एक भी नहीं सुनी.