नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के आगाज के साथ-साथ राजनीतिक उथल-पुथल भी शुरू हो गई है. शुरुआती झटका कांग्रेस को लगा है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उइके ने अपनी पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत अन्य बड़े नेताओं की मौजूदगी में रामदयाल बीजेपी में शामिल हुए. इसे कांग्रेस के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है. रामदयाल उइके छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की पाली-तानाखार विधानसभा सीट से विधायक हैं. इस सीट को कांग्रेस का मजबूत दुर्ग माना जाता है.
रामदयाल पालीतानाखार से कांग्रेस के विधायक थे. बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा, "कांग्रेस में आदिवासी नेता की उपेक्षा हुई. कांग्रेस आदिवासी हितैषी नहीं रही. कांग्रेस की कथनी और करनी में फर्क है."
आज राष्ट्रीय अध्यक्ष @AmitShah जी व @drramansingh जी की उपस्थिति में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष व विधायक रामदयाल उइके जी ने घर वापसी करते हुए @BJP4India की विचारधारा के साथ आगे बढ़ने का फैसला लिया और सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर पार्टी पदाधिकारियों ने उनका दिल से स्वागत किया। pic.twitter.com/hQbrMcFaTf
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) October 13, 2018
राज्य के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि उइके के बीजेपी में आने से पार्टी मजबूत होगी. इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, राज्यसभा सांसद सरोज पांडे, रामविचार नेताम, मंत्री अमर अग्रवाल भी मौजूद रहे. यह भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018: मायावती-जोगी आज फूंकेंगे चुनावी बिगुल
वहीं कांग्रेस सांसद ताम्रध्वज साहू ने कहा कि कांग्रेस ने उइके को बहुत कुछ दिया था, उन्हें पार्टी का प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया. उन्होंने कहा कि रामदयाल उइके का बीजेपी में जाना आश्चर्यजनक है.
गौरतलब है कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दो दिन के दौरे पर छत्तीसगढ़ में है. इसी दौरान उन्होने शुक्रवार को कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. शनिवार सुबह ये खबर आई की अमित शाह बिलासपुर के एक निजी होटल में गुप्त बैठक कर रहे है. फिर अचानक एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के सामने रामदयाल उइके ने बीजेपी ज्वाइन कर लिया.