नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी और जनता कांग्रेस शनिवार को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से सयुंक्त रैली के साथ चुनावी बिगुल फूंक रहें है. इस रैली के साथ बीएसपी सुप्रीमो मायावती और अजीत जोगी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव का आगाज कर रहें हैं. यह रैली दोनों पार्टियों के लिए कई मायनों से महत्त्वपूर्ण है. प्रदेश में जोगी कांग्रेस 55 और बसपा 35सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बीएसपी ने विधानसभा चुनावों के लिए अजीत जोगी के जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के साथ गठबंधन किया है. बता दें कि नक्सल प्रभावित 18 सीटों पर पहले चरण में 12 नवम्बर और 72 सीटों पर 20 नवम्बर को चुनाव होंगे. इसकी मतगणना 11 दिसम्बर को होगी.
इस रैली में मायावती और अजीत जोगी ने विधानसभा चुनाव में अपनी मजबूत पकड़ बनाने के लिए पांच लाख लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है.
बता दें कि करीब चार साल बाद बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती प्रदेश में किसी चुनावी रैली को संबोधित करेंगी. बिलासपुर के सरकंडा खेल मैदान में वो अजीत जोगी के साथ गठबंधन के प्रचार का आगाज करेंगी. यह भी पढ़ें- ओडिशा: तूफान 'तितली' के बाद भूस्खलन का कहर, 12 लोगों के मरने की आशंका, चार लापता
बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश बाचपेई ने कहा कि हमने हर एक विधानसभा क्षेत्र से ढ़ाई हजार से ज्यादा लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा था. बीते कई दिनों से इस बड़े अवसर की तैयारी की जा रही थी.
गौरतलब है कि शनिवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के रण में उतर रहीं बसपा अध्यक्ष मायावती के लिए यह पहला मौका है जब वह छत्तीसगढ़ में किसी अन्य दल के साथ मंच साझा करेंगी. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो यह गठबंधन छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में खासा असर डालेगा. यह गठबंधन कई सीटों पर लड़ाई को त्रिकोणीय बना सकता है. यह भी पढ़ें- फिर जागा सिद्धू का पाक प्रेम, दोनों देशों की तुलना कर इस मामले में पकिस्तान को बताया बेहतर













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