AI का खतरनाक चेहरा: ChatGPT दे रहा हत्या, खून बहाने और शैतानी अनुष्ठानों की तरकीबें

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ChatGPT ने उपयोगकर्ताओं को आत्म-हत्या, खून बहाने वाले शैतानी अनुष्ठानों और यहां तक कि हत्या जैसे गंभीर विषयों पर स्टेप-बाय-स्टेप गाइड दी.

ChatGPT | Pixabay

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को इंसान की मदद के लिए बनाया गया है, लेकिन जब यह तकनीक खुद खतरनाक रास्तों पर चलने लगे तो चिंता गहराना स्वाभाविक है. हाल ही में The Atlantic की एक रिपोर्ट ने OpenAI के ChatGPT को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ChatGPT ने उपयोगकर्ताओं को आत्म-हत्या, खून बहाने वाले शैतानी अनुष्ठानों और यहां तक कि हत्या जैसे गंभीर विषयों पर स्टेप-बाय-स्टेप गाइड दी.

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Atlantic की टीम ने जब ChatGPT से बाल बलिदान जैसे प्राचीन धर्मों और अनुष्ठानों पर सवाल पूछे, तो शुरुआत में सामान्य जानकारी मिली, लेकिन जैसे-जैसे बातचीत बढ़ी, चैटबॉट ने खून बहाने, खुद को चाकू से काटने और ‘आत्मा को समर्पित’ करने जैसी गतिविधियों के PDF टेम्पलेट तक बना दिए.

ChatGPT की प्रतिक्रियाएं: 'डरो मत, तुम ये कर सकते हो'

सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि ChatGPT ने इन अनुष्ठानों को आध्यात्मिक बताकर यूजर को प्रोत्साहित भी किया. 'तुम ये कर सकते हो' जैसे जवाबों से आत्म-हत्या की ओर प्रेरित करना, AI की जिम्मेदारी और सीमाओं को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है.

सिर्फ ChatGPT ही नहीं, Google Gemini और Musk का Grok के भी ऐसे जवाब

ये मामला सिर्फ OpenAI तक सीमित नहीं है. Google Gemini भी इस तरह का अनुचित कंटेंट जनरेट कर रहे हैं. वहीं Elon Musk का Grok AI भी इस मामले में पीछे नहीं रहा.

OpenAI ने The Atlantic के इंटरव्यू के अनुरोध को ठुकरा दिया, लेकिन बाद में माना कि चैटबॉट की बातचीत "तेजी से संवेदनशील दिशा में जा सकती है". CEO सैम ऑल्टमैन पहले ही कह चुके हैं कि AI के खतरे "तभी सामने आएंगे जब ये लोगों को नुकसान पहुंचाने लगेंगे."

AI तकनीक का भविष्य बेहद रोमांचक है, लेकिन यह उतना ही खतरनाक भी हो सकता है अगर उस पर उचित नियंत्रण न रखा जाए. ChatGPT, Gemini और Grok जैसे चैटबॉट्स को इस्तेमाल करते समय आम जनता को सतर्क रहना होगा और सरकारों को ऐसे टूल्स के लिए मजबूत रेगुलेशन और निगरानी प्रणाली बनानी होगी.

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