Chandrayaan-3 Mission Update: चांद के दरवाजे पर चंद्रयान-3, सामने आई चंद्रमा की नई तस्वीरें
Chandrayaan-3 | ISRO

भारत का सबसे बड़ा महत्वाकांक्षी मून मिशन चंद्रयान-3 सपने को साकार करने से अब कुछ ही दूरी पर है. चंद्रयान का विक्रम लैंडर चांद की स्तह पर सॉफ्ट लैंड करने के लिए पूरी तरह तैयार है. प्रत्येक भारतीय उस पल के बारे में सोचकर ही रोमांच से भर जाता है, जब भारत चांद पर होगा. जी हां, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का मिशन चंद्रयान-3 चांद के दरवाजे पर दस्तक दे रहा है. चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की कुछ और तस्वीरें भेजी हैं जिनसे ज्ञात होता है कि भारत का अंतरिक्ष यान अब महज 70 किलोमीटर दूर रह गया है. Chandrayaan-3: लैंडिंग से पहले के आखिरी 20 मिनट होंगे चुनौतीपूर्ण; बेहद जटिल प्रक्रिया से गुजरेगा चंद्रयान-3.

इसरो ने कहा- मिशन एकदम तय समय पर

चंद्रयान-3 द्वारा भेजी गई चंद्रमा की ये कुछ और तस्वीरें इसरो ने साझा की हैं. इसरो ने मंगलवार को तस्वीरें ट्वीट कर बताया कि देश का महत्वपूर्ण चंद्रमा मिशन एकदम तय समय पर है. सभी सिस्टम की अच्छे से जांच परख की जा रही है. विक्रम लैंडर अपने लक्ष्य की तरफ तेजी से बढ़ रहा है.

70 किमी की ऊंचाई से ली गई चंद्रमा की तस्वीरें

इसरो ने 19 अगस्त को लगभग 70 किमी की ऊंचाई से लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा (एलपीडीसी) द्वारा ली गई चंद्रमा की तस्वीरें मंगलवार को ट्वीट कीं. एलपीडीसी छवियां लैंडर मॉड्यूल को एक साथ मिलान करके उसकी स्थिति (अक्षांश और देशांतर) निर्धारित करने में सहायता करती हैं.

यहां देखें चांद की नई तस्वीरें

ऑपरेशन का सीधा प्रसारण कल शाम पांच बजे से

इसरो ने ट्वीट किया, "मिशन तय समय पर है. सिस्टम की नियमित जांच हो रही है. सुचारू रूप से आगे बढ़ना जारी है. मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (मोक्स) ऊर्जा और उत्साह से भरा हुआ है. मोक्स पर लैंडिंग ऑपरेशन का सीधा प्रसारण शाम पांच बजे से शुरू होगा."

चंद्रयान-3 की लैंडिंग किन पर निर्भर ?

वहीं इस मिशन के डायरेक्टर (निदेशक) नीलेश एम.देसाई ने कहा है कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग लैंडर मॉड्यूल की हेल्थ और चंद्रमा की स्थितियों पर निर्भर करेगी. यानी कल चंद्रयान-3 को उतारने का निर्णय लैंडर मॉड्यूल की हेल्थ और चंद्रमा की स्थितियों पर निर्भर करेगा. यह बात अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र-इसरो, अहमदाबाद के निदेशक नीलेश एम.देसाई ने सोमवार को कही.

मिशन चंद्रयान के निदेशक नीलेश एम. देसाई ने विश्वास जताया कि मिशन योजना के अनुसार चलेगा और 23 अगस्त की शाम को सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि अगर मौसम की स्थिति आदर्श नहीं रही तो लैंडिंग को 27 अगस्त तक के लिए टाला जा सकता है.