नई दिल्ली, 18 दिसंबर: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation) में शुक्रवार यानि आज आयोजित एक कार्यक्रम में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, 'इस वक्त हमारा देश हमारी उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर कई चुनौतियों का सामना कर रहा है और जिस तरह से हम आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं, ये बहुत जरूरी है कि डीआरडीओ पूरी लगन के साथ काम करता रहे.'
इसके अलावा उन्होंने कहा कि, 'कल हमारी रक्षा खरीद परिषद की बैठक हुई, जिसमें करीब 30 हजार करोड़ के हथियार और अन्य उपकरण की स्वीकृति रक्षा मंत्री ने दी है. इसमें से 90% हथियार और उपकरण भारत में बनाए जाएंगे. इन सबमें डीआरडीओ का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा.'
कल हमारी रक्षा खरीद परिषद की बैठक हुई, जिसमें क़रीब 30,000 करोड़ के हथियार और अन्य उपकरण की स्वीकृति रक्षा मंत्री ने दी है। इसमें से 90% हथियार और उपकरण भारत में बनाए जाएंगे। इन सबमें डीआरडीओ का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा: सीडीएस जनरल बिपिन रावत https://t.co/HoOzobO20u
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2020
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बता दें कि हाल ही में डीआरडीओ ने क्वांटम की डिस्ट्रिब्यूशन (क्यूकेडी) प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए अपनी दो प्रयोगशालाओं के बीच संचार का सफल परीक्षण किया है. क्वांटम आधारित संचार कुंजी को सुरक्षित रूप से साझा करने के लिए एक ठोस समाधान प्रदान करता है.
इस दौरान एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि, 'रक्षा और सामरिक एजेंसियों के लिए सुरक्षित संचार दुनिया भर में महत्वपूर्ण है और समय-समय पर एन्क्रिप्शन कुंजी का वितरण इस संदर्भ में एक महत्वपूर्ण जरूरत है. क्वांटम आधारित संचार कुंजी को सुरक्षित रूप से साझा करने की दिशा में एक ठोस समाधान प्रदान करता है.'