लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर (Bulandshahr) में नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध के दौरान हुई सार्वजनिक संपत्ति की नुकसान की भरपाई करने के मकसद से मुस्लिम समाज ने साढ़े छह लाख रुपये दिए है. यह पैसे जुमे की नमाज के बाद डिमांड ड्राफ्ट के जरिए जिलाधिकारी (डीएम) और एसएसपी को सौंपे गए. इस दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मुस्लिम समुदाय के लोगों को गुलाब का फूल दिया.
मिली जानकारी के मुताबिक सीएए के विरोध में पिछले सप्ताह शुक्रवार की नमाज के बाद शहर में खूब हिंसा हुई थी. तोड़फोड़ की भरपाई के लिए समुदाय की ओर से 6.27 लाख रुपये से ज्यादा का डिमांड ड्राफ्ट डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार को सौंपा गया. CAA विरोध प्रदर्शन के दौरान दंगाइयों के हाथों में तिरंगा, क्राइम ब्रांच को सौपा गया हिंसक घटनाओं का लेखा-जोखा
प्रशासन को पैसे सौंपते हुए मुस्लिम समुदाय के लोग-
Up सरकार सबका साथ,सबका विकास और सबका विश्वास की मूल भावना के साथ प्रदेश की सेवा में जुटी है, इसी का नतीजा है कि आज बुलंदशहर में मुस्लिम समाज के लोग खुद आगे आए, पिछले दिनों हुई हिंसा पर अफ़सोस जताया, साथ ही प्रशासन को 7 लाख से ज़्यादा का चेक देकर शांति की अपील की #TheGreat_CmYogi pic.twitter.com/Vl2IYlrTC3
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) December 27, 2019
राज्य सरकार का कहना है कि पिछले शुक्रवार को बुलंदशहर में हुई हिंसा में कई गाड़ियों को आग के हवाले किया गया था. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस वाहन को भी जला दिया था. हिंसा के मद्देनजर इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी. प्रथम सूचना के आधार पर इस मामलें में पुलिस ने तीन केस दर्ज किए गए. जिसमें हिंसा के लिए 22 लोगों को नामजद किया गया है है, जबकि 800 अन्य अज्ञात को आरोपी बनाया गया है.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सीएए के खिलाफ बीते दिनों हुई हिंसा और तोड़फोड़ के सिलसिले में अब तक 372 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. जिसमें से नामजद 1,246 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. हिंसा में 288 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इनमें से 61 पुलिस कर्मियों को अवैध हथियारों से चली गोलियां लगी हैं. इसके अलावा 148 मेरठ में, 82 लखनऊ, 79 रामपुर, 73 मुजफ्फरनगर, 50 कानपुर नगर, 26 संभल, 19 बुलंदशहर, 13 फिरोजाबाद और मऊ में आठ प्रदर्शनकारियों को चिह्न्ति कर वसूली के लिए नोटिस जारी किया गया है. सूबे में हिंसा की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है.