नई दिल्ली, 15 सितम्बर : राजस्थान के सीमा क्षेत्रों में अब पुरूषों की तरह सीमा सुरक्षा में बीएसएफ का फिमेल ऊंट सवार दस्ता भी तैनात किया जाएगा. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने लगभग 20 महिला जवानों को इसके लिए प्रशिक्षित कर लिया है. बीएसएफ की तरफ से ये जानकारी दी गई है. राजस्थान के रेतीले व विषम भौगोलिक परिस्थितियों में ऊंट बीएसएफ के जवानों का एक अभिन्न साथी माना जाता रहा है. हालांकि पिछले कुछ वर्षों से बीएसएफ में महिलाएं भी भर्ती होकर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर ड्यूटी कर रही हैं. इसी कड़ी में बीएसएफ ने देश का पहला महिला ऊंट सवार दस्ता तैयार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक बीएसएफ बीकानेर सेक्टर ने 8 और जोधपुर में लगभग 12 महिला जवानों को इसके लिए प्रशिक्षण दिया है.
इस महिला ऊंट सवार दस्ते को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी बीकानेर सेक्टर के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौर को सौंपी गई थी. आईएएनएस से बात करते हुए पुष्पेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि महिला ऊंट सवार दस्ते की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है. 25 सितंबर को इस दस्ते की लॉन्चिंग खाजूवाला में प्रस्तावित र्रिटीट सेरेमनी में होगी. ये दस्ता गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में राजपथ पर परेड में भी शामिल होगा. यह भी पढ़ें : कश्मीर घाटी में कार्यरत केंद्रीय कर्मचारियों को मिली छूट, सुविधाएं
डीआईजी राठौर ने बताया कि बीएसएफ महानिदेशक के आदेश पर महिला ऊंट सवार दस्ता तैयार करने के लिए महिला प्रहरियों को मनोवैज्ञानिक तौर पर पहले तैयार किया गया. उसके साथ ही कुशल प्रशिक्षकों की निगरानी में बीकानेर क्षेत्रीय मुख्यालय में इन महिला प्रहरियों को ऊंट सवारी का गहन प्रशिक्षण दिया गया. जिसके परिणामस्वरूप आज महिला ऊंट सवार दस्ता पूर्णरूप से तैयार है. महिला ऊंट सवार दस्ते को इसके बाद राजस्थान की भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात किया जाएगा. ये महिला दस्ता सीमा पर पेट्रोलिंग के साथ साथ पाकिस्तान सरहद पर अलग अलग कामों के लिए तैनात किया जाएगा.