नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) में जहां एक और कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के मामलों में कमी आई है वहीं सैकड़ों लोग अभी भी ब्लैक फंगस (Black Fungus) की बीमारी से ग्रस्त हैं. दिल्ली सरकार का कहना है कि उनके पास ब्लैक फंगस का उपचार करने के लिए पर्याप्त दवाई उपलब्ध नहीं है. दिल्ली सरकार के मुताबिक केंद्र सरकार (Central Government) से उन्हें सीमित मात्रा में ही दवाई उपलब्ध कराई जा रही है. Black Fungus: दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, Mucormycosis को महामारी घोषित किया
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में ब्लैक फंगस के मामलों पर जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली में ब्लैक फंगस के करीब 944 केस आए हैं. ब्लैक फंगस के इन कुल 944 रोगियों में से करीब 300 रोगियों का उपचार केंद्र सरकार के दिल्ली में स्थित विभिन्न अस्पतालों में हो रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्लैक फंगस के करीब 650 केस दिल्ली सरकार के अस्पतालों में हैं. हालांकि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में ब्लैक फंगस के रोगियों का उपचार करने के लिए आवश्यक इंजेक्शन की बहुत कमी है. दिल्ली में शनिवार को करीब एक हजार इंजेक्शन आए थे. यह संख्या बहुत कम है, क्योंकि एक दिन में एक मरीज को तीन से चार टीके लगते है। वहीं रविवार को तो कोई टीका ही नहीं आया है.
इस बीच दिल्ली में सोमवार से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई है. लोगों को ड्यूटी जाने के लिए ई-पास बनवाने में कुछ दिक्कतें आ रही हैं. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी दिक्कतें आएंगी, उसे ठीक किया जाएगा. मैने देखा था कि पोर्टल में थोड़ी दिक्कत थी. उसको ठीक कर दिया जाएगा. लोगों से जैसे-जैसे फीडबैक मिलेगा और जिन चीजों में दिक्कत आएगी, हम उसको ठीक करेंगे.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को माता सुंदरी रोड स्थित राजकीय सर्वोदय बाल कन्या विद्यालय में पत्रकारों और उनके परिजनों के लिए फ्री वैक्सीनेशन सेंटर की भी शुरूआत की. इस सेंटर पर 18 से 44 और 45 साल से अधिक उम्र के पत्रकार व उनके परिजन वैक्सीन लगवा सकते है और मौके पर पंजीकरण भी कर सकेंगे.
वैक्सीनेशन सेंटर शुरू करने के उपरांत सीएम ने कहा कि इस स्कूल में पत्रकारों और उनके परिवार के लोगों के लिए वैक्सीनेशन की व्यवस्था शुरू की जा रही है. कई दिनें से पत्रकारों की तरफ से मांग की जा रही थी कि उनके लिए विशेष व्यवस्था की जाए. मुझे बहुत खुशी है कि आज यह व्यवस्था स्कूल में शुरू की जा रही है. यहां पर 18 से 44 और 45 साल से अधिक उम्र के दोनों श्रेणियों के पत्रकार और उनके परिवार के लोग आकर वैक्सीन लगवा सकते हैं. वैक्सीन लगवाने के लिए मौके पर ही पंजीकरण किया जा सकेगा. मेरी सभी पत्रकारों से अपील है कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर सभी लोग वैक्सीन लगवाएं. इस समय वैक्सीन के जरिए ही अपने आप को कोरोना से बचा सकते हैं.