Makar Sankranti 2021: मकर संक्रांति पर पतंग बाजार में छाया PM मोदी का मैजिक, राजधानी पटना में 'मोदी पतंग' की सबसे ज्यादा मांग
देशभर में गुरुवार को मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का उत्सव बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है. मकर संक्रांति की सुबह से ही श्रद्धालु सुबह से ही पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. इस बीच आसमान में कई रंगबिरंगे पतंग लोग उड़ा के इस त्योहार का आनंद ले रहे हैं. इस बीच आसमान में कई पतंगो के बीच मोदी पतंग की उड़ते नजर आ रहे हैं. लोगों में मोदी प्रिंटेड पतंग (PM Modi Print Kites) की भारी डिमांड है. कुछ ऐसा ही नजारा बिहार की राजधानी पटना में देखा जा रहा है. दरअसल पटना में इस बार मकर संक्रांति के त्योहार पर मोदी पतंग विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
पटना:- देशभर में गुरुवार को मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का उत्सव बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है. मकर संक्रांति की सुबह से ही श्रद्धालु सुबह से ही पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. इस बीच आसमान में कई रंगबिरंगे पतंग लोग उड़ा के इस त्योहार का आनंद ले रहे हैं. इस बीच आसमान में कई पतंगो के बीच मोदी पतंग की उड़ते नजर आ रहे हैं. लोगों में मोदी प्रिंटेड पतंग (PM Modi Print Kites) की भारी डिमांड है. कुछ ऐसा ही नजारा बिहार की राजधानी पटना में देखा जा रहा है. दरअसल पटना में इस बार मकर संक्रांति के त्योहार पर मोदी पतंग विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
इस दौरान पटना में पतंग की एक पतंग विक्रेता ने एएनआई को बताया, बाज़ार में मोदी जी के पतंग की ज़्यादा मांग है. हम लोगों को उम्मीद नहीं थी कि 'मोदी पतंग' इतना ज़्यादा बिकेगी. बच्चे बड़ी संख्या में मोदी पतंग की डिमांड कर रहे हैं. उन्हें मोदी पतंग अपनी आकर्षित कर रहा है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कोरोना संकट का असर बिजनेस पर पड़ा है. पहले के मुकाबले उतनी विक्री नहीं है. यह भी पढ़ें: Makar Sankranti 2021 Images & Wallpapers: देश में मकर संक्रांति की धूम, इन खूबसूरत GIFs, HD Photos, WhatsApp Stickers, Greetings के जरिए दें बधाई
ANI का ट्वीट:-
जानें संक्रांति से जुड़ी पौराणिक मान्यता
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन ही सूर्य देव दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं. सूर्य के उत्तरायण होने के साथ ही सर्दियां कम होने लगती हैं और गर्मी बढ़ने लगती है. इसी दिन भगवान सूर्य अपने पुत्र शनिदेव से मिलने के लिए धुन राशि से उनकी राशि में प्रवेश करते हैं, इसलिए इसे मकर संक्रांति कहा जाता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, जप, तप और दान का विशेष महत्व बताया जाता है. आप सभी को सूर्य के उत्तरायण और मकर संक्रांति की ढेरों शुभकामनाएं.