बिहार (Bihar) में एक तरफ चमकी बुखार और लू के कारण बच्चों व लोगों की मौत हो रही है. वहीं, दूसरी तरफ सरकारी सेवाओं की हकीकत भी सामने आ रही है. दरअसल, नालंदा (Nalanda) में एक शख्स को अपने बच्चे के शव को कथित तौर पर सरकारी अस्पताल (Government Hospital) में एम्बुलेंस (Ambulance) न होने के कारण अपने कंधों पर ले जाना पड़ा. बता दें कि नालंदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का गृह जिला है. उधर, इस मामले के सामने आने के बाद नालंदा के डीएम योगेंद्र सिंह (DM Yogendra Singh) ने कहा कि जांच कराई जाएगी, अगर लापरवाही पाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतक बच्चे की उम्र करीब सात-आठ साल की थी. वह नालंदा जिले के परवलपुर के सागर सीता बिगहा का रहने वाला था. बताया जा रहा है कि वह अपने गांव में ही साइकिल चलाते हुए अचानक बेहोश हो गया था. इसके बाद उसके परिजनों ने उसे प्राइवेट क्लिनिक में भर्ती करवाया, लेकिन उसे सदर अस्पताल बिहारशरीफ रेफर कर दिया गया. यह भी पढ़ें- बिहार: मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से दम तोड़ रहे बच्चे, अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित डॉक्टरों ने तैनात की क्विक रेस्पॉन्स टीम
Bihar: Man in Nalanda carries body of his child on his shoulders allegedly due to unavailability of an ambulance at the govt hospital. DM Nalanda, Yogendra Singh, says, "An inquiry will be conducted, if negligence is found, strict action will be taken." pic.twitter.com/TdF9rkZKST
— ANI (@ANI) June 25, 2019
अस्पताल पहुंचने पर सदर डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. इस बीच, डीएम योगेंद्र सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन परमानंद चौधरी से पूरे मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है.