बिहार: मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से दम तोड़ रहे बच्चे, अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित डॉक्टरों ने तैनात की क्विक रेस्पॉन्स टीम

बिहार के मुजफ्फरपुर में एक तरफ जहां एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी चमकी बुखार से बच्चों की मौत हो रही है. वहीं, दूसरी तरफ डॉक्टर अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. दरअसल, मुजफ्फरपुर में डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा के लिए पैसे देकर क्विक रेस्पॉन्स टीम को काम पर रखा है.

डॉक्टरों की सुरक्षा में तैनात क्यूआरटी (Photo Credits: ANI)

बिहार (Bihar) के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में एक तरफ जहां एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) यानी चमकी बुखार से बच्चों की मौत हो रही है. वहीं, दूसरी तरफ डॉक्टर अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. दरअसल, मुजफ्फरपुर में डॉक्टरों (Doctors) ने अपनी सुरक्षा के लिए पैसे देकर क्विक रेस्पॉन्स टीम (QRT) को काम पर रखा है. क्विक रेस्पॉन्स टीम के एक सदस्य ने बताया कि लगभग 60 डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा (Security) के लिए और हिंसा को रोकने के लिए इस क्यूआरटी की सुविधा ली है. हमें शहर में 3 स्थानों पर तैनात किया गया है. हमारे पास 15-20 मोटरसाइकिल हैं.

उधर, मंगलवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक, मुजफ्फरपुर जिले में अब तक 131 बच्चों की मौत हो चुकी है. इनमें से 111 मौतें श्रीकृष्ण मेमोरियल कॉलेज अस्पताल (SKMCH) तो 20 मौतें केजरीवाल अस्पताल में हुई हैं. बिहार स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, चमकी बुखार से राज्य के 40 जिलों में करीब 20 जिले प्रभावित हैं. इस रोग से एक जून से 600 से अधिक बच्चे पीड़ित हुए हैं. यह भी पढ़ें- बिहार: चमकी बुखार से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी, मुजफ्फरपुर में अब तक 131 की मौत

चमकी बुखार से सबसे बुरी तरह से प्रभावित जिला मुजफ्फरपुर है जहां 430 से भी ज्यादा बच्चों को भर्ती किया गया है. इस बीच, बारिश का मौसम शुरू होने के साथ रविवार को खबर आई थी कि मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का एक भी नहीं मामला दर्ज नहीं किया गया.

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