नई दिल्ली, 10 मार्च : चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) से पहले कांग्रेस को झटका देते हुए पूर्व सांसद पी.सी. चाको ने बुधवार को यहां पार्टी से इस्तीफा दे दिया. चाको दिल्ली के पार्टी प्रभारी भी रह चुके हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने पार्टी के अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को अपना त्याग पत्र भेजा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'कांग्रेस में बने रहना मुश्किल हो गया था.' चाको उनके गृह राज्य केरल में टिकट बंटवारे को लेकर नाराज थे. यहां 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. चाको ने यहां कहा, "कांग्रेस में कोई लोकतंत्र नहीं बचा है.
उम्मीदवार सूची पर राज्य कांग्रेस समिति के साथ चर्चा नहीं की गई है. मैंने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को भेज दिया है." उन्होंने मूकदर्शक बने रहने के लिए नेतृत्व को दोषी ठहराया. चाको ने कहा, "केरल में कांग्रेस का नेता होना बहुत मुश्किल है.
अगर आप कांग्रेस के किसी समूह से हैं तो ही केवल पार्टी में बच सकते हैं क्योंकि कांग्रेस में नेतृत्व बहुत सक्रिय नहीं है." यह भी पढ़ें : BJP के सभी सदस्य टीकाकरण करवाने में लोगों की मदद करें : प्रधानमंत्री
उन्होंने कहा कि केरल में पार्टी ओमान चांडी और रमेश चेन्निथला के बीच बंटी हुई है. चाको ने इन्हीं दोनों को अपने कदम के लिए जिम्मेदार बताया. "मैं कई दिनों से इस बारे में विचार कर रहा हूं. केरल में कोई कांग्रेस नहीं है. एक कांग्रेस (आई) और एक कांग्रेस (ए) है. यह दो दलों की समन्वय समिति है. समूहवाद केरल में कांग्रेस पार्टी का सबसे बड़ा रोड़ा है." उन्होंने उम्मीद जताई कि उनका इस्तीफा पार्टी के लिए आंखें खोलने वाला काम करेगा.