फतेहगढ़ साहिब (पंजाब): भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yarta) की अगुवाई कर रहे कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बुधवार को कहा कि यह यात्रा भाजपा (BJP) और आरएसएस (RSS) द्वारा प्रचारित डर और नफरत की राजनीति और धर्म, जाति व भाषा की रेखाएं खींचकर भारत को विभाजित करने के उनके प्रयास के खिलाफ है. उन्होंने कहा, "वह हमारा इतिहास नहीं है, हमारा इतिहास प्रेम, आपसी भाईचारे और लोगों के बीच एकता का है."
यात्रा के पंजाब चरण की शुरुआत से पहले एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह के दो युवा पुत्रों की शहादत स्थल का दौरा किया, जिन्होंने अन्याय और असहिष्णुता के खिलाफ लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति देने का फैसला किया था. Bihar Education Minister On Ramcharitmanas: 'रामचरितमानस नफरत फैलाने वाला ग्रंथ', बिहार के शिक्षा मंत्री का विवादित बयान
उन्होंने कड़ाके की ठंड के बावजूद सुबह इतनी जल्दी यात्रा में भाग लेने के लिए लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया.
भाजपा और कांग्रेस के बीच एक स्पष्ट वैचारिक अंतर बताते हुए उन्होंने कहा, "वे (भाजपा) नफरत, हिंसा और भय की राजनीति करते हैं, हम प्रेम, एकता और भाईचारे की राजनीति करते हैं."
राहुल ने कहा कि अब तक लगभग 3,000 किलोमीटर की यात्रा में उन्होंने किसानों, व्यापारियों, छोटे दुकानदारों, मजदूरों, बेरोजगार युवाओं और छात्रों सहित विभिन्न वर्गो के लोगों से मुलाकात की है. इस यात्रा का उद्देश्य लोगों को अपनी बात कहने के बजाय उनकी बात सुनना है.
पटियाला से आम आदमी पार्टी के पूर्व सांसद धर्मवीर गांधी और फिल्म अभिनेत्री जोनिता धोडा भी यात्रा में शामिल हुए. राहुल ने बाद में वरिष्ठ पूर्व सैनिकों और पंजाबी इतिहासकारों, अर्थशास्त्रियों, समाजशास्त्रियों और कृषि विशेषज्ञों के एक पैनल के साथ भी बातचीत की. यह 7 सितंबर, 2022 को कन्याकुमारी में शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा का 117वां दिन था. यह यात्रा 30 जनवरी को श्रीनगर में तिरंगा फहराने के साथ खत्म होगी.