Bharat Bandh on January 8: जल्द निपटा ले अपने जरुरी काम, बुधवार को कई बैंको की हड़ताल, ट्रेड यूनियन ने किया है बंद का ऐलान
मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के विरोध में 8 जनवरी को भारत बंद का ऐलान किया गया है. बैंक कर्मचारी और अधिकारियों के बैंक हड़ताल में शामिल होने से बैंकिंग सेवाओं पर काफी असर पड़ सकता है.
नई दिल्ली: मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के विरोध में 8 जनवरी को भारत बंद का ऐलान किया गया है. बैंक कर्मचारी और अधिकारियों के बैंक हड़ताल में शामिल होने से बैंकिंग सेवाओं पर काफी असर पड़ सकता है. इसलिए 8 जनवरी को बैंक का कामकाज प्रभावित हो सकता है. इसलिए आप भी अपने बैंक से जुड़े जो काम हैं, उसे मंगलवार को ही निपटा लें. दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों (Trade Union) 3 जनवरी को 8 जनवरी को 'भारत बंद' का आह्वान किया था. इस हड़ताल में बैंक के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों के शामिल होने उम्मीद है. इस वजह से बैंकिंग सेवाओं पर सीधा असर पड़ेगा. ट्रेड यूनियनों ने नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों को श्रमिक विरोधी बताते हुए भारत बंद का आह्वान किया है.
देशव्यापी विरोध का आह्वान यूनियनों ने अपनी लंबे समय से लंबित मांगों को लेकर किया गया है. बैंक कर्मचारी और अधिकारियों के बैंक हड़ताल में शामिल होने से बैंकिंग सेवाओं पर काफी असर पड़ सकता है. बुधवार को बैंकों की कई शाखाएं बंद रह सकती हैं. कई स्थानों पर एटीएम सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं. हालांकि ऑनलाइन लेनदेन सामान्य रूप से होगा.
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ट्रेड यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार से मंहगाई रोकने, बेरोजगारों को रोजगार देने, रिक्त पदों पर नियमित बहाली, मजदूरों की आर्थिक सुरक्षा व कल्याणकारी कानून बनाने की मांग की गई है. इसके साथ ही मजदूरों को न्यूनतम वेतन 21 हजार व 10 हजार रुपए पेंशन देने सहित अन्य मांग शामिल है.
यूनियनों के प्रतिनिधियों का कहना है कि लेबर कोड श्रमिकों पर 'गुलामी' थोपने के लिए लाया गया है. इन यूनियनों में AITUC, HMS, CITU, AIUTUC, SEWA, AICCTU, LPF और UTUC शामिल हैं. वहीं सरकार का कहना है कि श्रमिकों के कल्याण के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है. लेबर कोड पर लाए गए कानून उसी दिशा में उठाए गए कदम हैं.