Beating Retreat Ceremony 2022: बीटिंग रिट्रीट समारोह को देखने के लिए कहां और कैसे खरीदें टिकट, यहां जानें सबकुछ
बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन सबसे पहले 1955 में शुरू किया गया था और तब से यह गणतंत्र दिवस समारोह की पहचान बन गया है. बीटिंग रिट्रीट समारोह हर साल 29 जनवरी की शाम को विजय चौक पर आयोजित किया जाता है.
भारत ने बुधवार को अपना 73वां गणतंत्र दिवस (Republic Day 2022) पूरे उत्साह के साथ मनाया. गणतंत्र दिवस समारोह का समापन बीटिंग रिट्रीट समारोह (Beating Retreat Ceremony 2022) के साथ होगा. यह हर साल 29 जनवरी को आयोजित किया जाता है. इस साल यह शनिवार को होगा. इस आयोजन के साथ सप्ताह भर चलने वाले गणतंत्र दिवस समारोह का समापन होगा. इस वर्ष का बीटिंग रिट्रीट समारोह "सारे जहां से अच्छा" के साथ समाप्त होगा. इस वर्ष महात्मा गांधी के पसंदीदा ईसाई भजनों में से एक, "Abide With Me" को समारोह से हटा दिया गया है. Republic Day: 21 तोपों की सलामी के साथ राजपथ पर फहराया गया तिरंगा, देखें दिल में देशभक्ति का जोश भर देने वाला VIDEO.
बीटिंग रिट्रीट समारोह में नौसेना, वायु सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के पारम्परिक बैंड अलग अलग धुन बजाते हैं और देश के लिए शहीद हुए जवानों को याद किया जाता है. इस बार ‘बीटिंग द रिट्रीट’ में बजाई जाने वाली धुन अबाइड विद मी (Abide With Me) नहीं बजाई जाएगी. अब इसकी जगह ऐ मेरे वतन के लोगों की धुन बजाई जाएगी.
इससे पहले बीटिंग रिट्रीट "Abide With Me" इसाई भजन के साथ समाप्त होता था. भारतीय सेना द्वारा 22 जनवरी को जारी एक ब्रोशर के अनुसार, 1847 में स्कॉटिश एंग्लिकन कवि और भजन विज्ञानी हेनरी फ्रांसिस लिटे द्वारा लिखित "एबाइड विद मी", 1950 से बीटिंग रिट्रीट समारोह का हिस्सा रहा है. बता दें कि हर साल 29 जनवरी की शाम को विजय चौक पर ‘बीटिंग द रिट्रीट’ (Beating The Retreat) समारोह का आयोजन किया जाता है.
बीटिंग रिट्रीट समारोह में इस बार लगभग एक हजार ड्रोन जलवा बिखेरते नजर आएंगे. अधिकारियों ने बताया कि बीटिंग रिट्रीट समारोह में आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक की प्राचीरों पर पहली बार एक लेजर शो आयोजित किया जाएगा. यह पहली बार होगा, जब बीटिंग रिट्रीट समारोह किसी लेजर शो और ड्रोन शो का गवाह बनेगा. दोनों आयोजन बीटिंग रिट्रीट में पारंपरिक सैन्य धुनों के साथ होंगे.
अधिकारियों ने बताया कि आईआईटी दिल्ली का स्टार्टअप ‘बोटलैब’ ड्रोन प्रदर्शित करेगा जिसका आजादी के 75 वर्ष पर आधारित होगी. इसी के साथ भारत स्थानीय रूप से निर्मित ड्रोन को इतने बड़े पैमाने पर प्रदर्शित करने वाला चौथा देश बन जाएगा. अभी तक चीन, रूस और अमेरिका इतने बड़े पैमाने पर ड्रोन शो आयोजित कर पाए हैं.
बीटिंग रिट्रीट का इतिहास
बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन सबसे पहले 1955 में शुरू किया गया था और तब से यह गणतंत्र दिवस समारोह की पहचान बन गया है. बीटिंग रिट्रीट समारोह हर साल 29 जनवरी की शाम को विजय चौक पर आयोजित किया जाता है. समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रपति करते हैं. ढलते सूरज की पृष्ठभूमि में शाम के समय झंडों को नीचे करने के बाद राष्ट्रपति भवन, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक और संसद भवन को एक साथ रोशन किया जाता है.
कहां मिलेगा समारोह का टिकिट
बीटिंग रिट्रीट समारोह के टिकट सेना भवन - गेट 2, शास्त्री भवन काउंटर - गेट 3 के पास, जामनगर हाउस - इंडिया गेट के सामने, प्रगति मैदान - गेट 1, संसद भवन स्वागत कार्यालय- संसद सदस्यों के लिए विशेष काउंटर से खरीदे जा सकते हैं. समारोह में भाग लेने के लिए आगंतुकों को COVID-19 दिशानिर्देशों का पालन करना होगा. टिकट प्राप्त करने के लिए, लोगों को केंद्र या राज्य सरकार द्वारा जारी फोटो पहचान पत्र प्रदान करना होगा. बीटिंग रिट्रीट की रिहर्सल 28 जनवरी को होगी.
आप इस समारोह को ऑनलाइन भी देख सकते हैं
समारोह को डिजिटल रूप से आयोजित करने के लिए, रक्षा मंत्रालय ने एक वेबसाइट www.indianrdc.mod.gov.in और साथ ही एक YouTube चैनल, 'इंडियन आरडीसी' बनाया है. बीटिंग रिट्रीट को दूरदर्शन चैनल और इसके यूट्यूब पेज पर भी आप लाइव देख सकते हैं. डीडी नेशनल और डीडी न्यूज यूट्यूब चैनल, साथ ही न्यूज ऑन एयर ऐप और वेबसाइट पर लाइव कवरेज होगी. PIB के यूट्यूब चैनल पर भी आप इसे लाइव देख सकते हैं.