नई दिल्ली. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण (Ram Temple Construction) के लिए तारीख तय हो गई है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) 5 अगस्त को मंदिर की नींव रखने वाले हैं. एक तरफ सब कुछ तय हो गया है तो दूसरी तरफ बयानबाजी का दौर शुरू है. मुहूर्त को लेकर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती (Shankaracharya Swaroopanand Saraswati) महाराज ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने भूमिपूजन के तय समय को अशुभ घड़ी करार दिया है.
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि ये चाह नहीं है कि हमें कोई ट्रस्टी या पदाधिकारी बनाया जाए. हम तो राम भक्त हैं. राम मंदिर कोई भी बनाता है सही ढंग से बनाता है तो हमें प्रसन्नता होगी पर ये सब उचित तिथि और उचित मुहुर्त में होना चाहिए. जिस मुहुर्त में ये हो रह है ये अशुभ घड़ी है. यह भी पढ़ें-Ayodhya Ram Temple Construction: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन में होंगे शामिल
ANI का ट्वीट-
We don't want any position or to be a trustee of the Ram Temple. We only want that the temple should be built properly and the foundation stone should be laid at the right time, but this is an 'ashubh ghadi' (inauspicious time): Shankaracharya Swaroopanand Saraswati pic.twitter.com/9gwLl1ZzUP
— ANI (@ANI) July 23, 2020
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर केभूमि पूजन समारोह में शामिल होंगे. स्वामी गोविंद देवगिरि महाराज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी राम मंदिर के भूमि पूजन के लिये अयोध्या आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इससे पहले खबर थी कि पीएम डिजिटल माध्यम से समारोह में शामिल होंगे, लेकिन मैंने आग्रह किया कि यह व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हो. जिसे उन्होंने स्वीकार किया है.