
उत्तराखंड: बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच स्थित पवित्र हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने का इंतज़ार अब जल्द ही खत्म होने वाला है. भारतीय सेना के जांबाज जवानों ने हेमकुंड साहिब तक जाने वाले रास्ते से बर्फ हटाकर यात्रा मार्ग को साफ कर दिया है. 35 सेना के जवानों और ट्रस्ट के 15 स्वयंसेवकों की एक टीम आज हेमकुंड साहिब पहुँच गई है.
हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे. हर साल बर्फबारी के कारण सर्दियों में यह पवित्र स्थल बंद रहता है. इस साल भी भारी बर्फबारी के कारण रास्ता बंद हो गया था, लेकिन सेना के जवानों ने कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ रास्ते को साफ कर दिया है. यह खबर हेमकुंड साहिब की यात्रा पर जाने के इच्छुक श्रद्धालुओं के लिए खुशी की बात है. अब वे इस पवित्र स्थल की यात्रा कर सकेंगे और गुरुद्वारे में मत्था टेक सकेंगे.
सेना के जवानों का साहसिक कार्य
उत्तराखंड के ऊँचे पहाड़ों पर बर्फ हटाना कोई आसान काम नहीं है. सेना के जवानों ने विषम परिस्थितियों में भी अपना काम बखूबी अंजाम दिया है. उन्होंने बर्फ हटाने के लिए विशेष उपकरणों का इस्तेमाल किया और अपनी जान जोखिम में डालकर यह सुनिश्चित किया कि यात्रा मार्ग सुरक्षित हो.
Indian Army soldiers have cleared the snow from the Yatra route and made a path to Hemkund Sahib in Uttarakhand. A team of 35 Army soldiers and 15 volunteers of the Trust reached Hemkund Sahib today. The doors of Hemkund Sahib will open on 25th May. pic.twitter.com/nZ4w6La6fo
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) May 2, 2024
हेमकुंड साहिब का महत्व
हेमकुंड साहिब सिख धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है. यह उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है और समुद्र तल से लगभग 4,632 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है. हर साल लाखों श्रद्धालु यहाँ दर्शन के लिए आते हैं.
यात्रा की तैयारियां
हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने से पहले, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी यात्रा की तैयारियों में जुटी हुई है. श्रद्धालुओं के ठहरने, खाने-पीने और अन्य सुविधाओं का प्रबंध किया जा रहा है. इस खबर से हेमकुंड साहिब जाने की इच्छा रखने वाले सभी श्रद्धालुओं में उत्साह है. अब वे इस पवित्र स्थल की यात्रा कर सकेंगे और गुरुद्वारे में मत्था टेक सकेंगे.