सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने कश्मीर घाटी में सुरक्षा की समीक्षा की
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (Photo Credits: Facebook)

श्रीनगर, 02 जून 2021:  सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिये कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर हैं. श्रीनगर पहुंचने पर सेना प्रमुख ने सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी (Lt Gen YK Joshi) एवं चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे के साथ घाटी के आंतरिक क्षेत्रों में स्थित सेना की युनिट्स और फॉर्मेशन्स का दौरा किया जहां उन्हें स्थानीय कमांडरों ने मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में तथा आतंकियों के मददगारों के नेटवर्क की पहचान कर उनके विरुद्ध उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी, आतंकियों के यह मददगार घाटी में युवाओं को कट्टरपंथ में लाने तथा आतंकवादी संगठनों में शामिल करवाने में शामिल हैं. स्थानीय भर्ती को रोकने और स्थानीय आतंकवादियों के आत्मसमर्पण को सुगम बनाने के प्रयासों पर भी चर्चा हुई. यह भी पढ़ें: Nepal: नेपाल की राष्‍ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने जनरल एमएम नरवणे को 'नेपाली सेना के जनरल' की रैंक से किया सम्‍मानित

सैनिकों के साथ बातचीत के दौरान सेना प्रमुख ने उन जवानों और कमांडरों की सराहना की जो पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद तथा वैश्विक महामारी की दोहरी चुनौतियों से लगातार जूझ रहे हैं. उन्होंने उभरती सुरक्षा चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए तैयार रहने की जरूरत पर बल दिया.  बाद में सेना प्रमुख को चिनार कोर कमांडर ने नियंत्रण रेखा और भीतरी इलाकों से संबंधित समग्र स्थिति के बारे में जानकारी दी.

सेना प्रमुख ने एक 'संपूर्ण सरकार' दृष्टिकोण अपनाने में नागरिक प्रशासन, जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सभी वर्गों द्वारा प्रदर्शित किए गए उत्कृष्ट तालमेल की सराहना की जिसके परिणामस्वरूप केंद्र शासित प्रदेश में विकास के एक नए युग को बढ़ावा देने के लिए सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है.

शाम को सेना प्रमुख ने राजभवन में माननीय उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा से मुलाकात की और जम्मू-कश्मीर में दीर्घकालिक शांति के लिए पैदा होने वाली चुनौतियों और रोड मैप पर चर्चा की. एलजी ने केंद्र शासित प्रदेश में शांति बहाली तथा शांति बनाए रखने में भारतीय सेना द्वारा निभाई गई भूमिका की तथा सेना द्वारा कोविड-19 महामारी से निपटने में सिविल अधिकारियों को प्रदान सहायता की सराहना की.