पंजाब: सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह का बड़ा ऐलान, बोले- महिलाओं की सुरक्षा के लिए दी जाएगी मुफ्त पुलिस सहायता, उन्हें सुरक्षित पहुंचाया जाएगा घर
पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए मुफ्त पुलिस सहायता मुहैया कराने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला रात 9 बजे से सुबह 6 बजे के बीच कहीं बाहर फंसी है तो ऐसे में पुलिस उन्हें सुरक्षित घर छोड़ने में उनकी सहायता करेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य-व्यापी सुविधा डायल 100, 112 और 181 पर उपलब्ध होगी
चंडीगढ़: हैदराबाद (Hyderabad) में महिला डॉक्टर से गैंगरेप और उसकी निर्मम हत्या (Gang rape And Murder) को लेकर देशभर में आक्रोश का माहौल है. कई राज्यों में लोग सड़कों पर उतरकर न सिर्फ इस अमानवीय घटना का विरोध कर रहे हैं, बल्कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग भी कर रहे हैं. भले ही प्रशासन की ओर से महिलाओं के साथ हो रही इस तरह की वारदातों पर लगाम लगाने की तमाम कोशिशों का दावा किया जा रहा हो, लेकिन हकीकत तो यह है कि आए दिन देश के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के खिलाफ आपराधिक घटनाओं में बढ़ोत्तरी ही हो रही है. हैदराबाद महिला डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के मामले ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा (Women Safety) को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. वहीं इस घटना के बाद महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (CM Captain Amarinder Singh) ने मंगलवार को एक बड़ा ऐलान किया है.
पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (CM Captain Amarinder Singh) ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए मुफ्त पुलिस सहायता मुहैया कराने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला रात 9 बजे से सुबह 6 बजे के बीच कहीं बाहर फंसी है तो ऐसे में पुलिस उन्हें सुरक्षित घर छोड़ने में उनकी सहायता करेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य-व्यापी सुविधा डायल 100, 112 और 181 पर उपलब्ध होगी, जिसके जरिए कोई भी महिला कॉलर संकट की स्थिति में तुरंत पुलिस नियंत्रण कक्ष यानी पीसीआर से जुड़ सकेगी.
महिलाओं को दी जाएगी मुफ्त पुलिस सहायता-
गौरतलब है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस ऐलान से पहले ही चंडीगढ़ और लुधियाना में रात के समय जरूरतमंद महिलाओं को उनकी मंजिल तक पहुंचाने में पुलिस की मदद देने की पहल की गई है. महिलाओं को यह सहायता रात के 10 बजे से सुबह के 6 बजे तक प्रदान की जाएगी. महिलाओं की मदद के लिए एक्टिवा के साथ कुछ महिला पुलिस कर्मियों को भी मैदान में उतारा गया है, जो दिन और रात के समय महिलाओं की सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगी.