AC ट्रेन में बदल जाएंगी मुंबई की सभी लोकल ट्रेनें! नई सरकार में रफ्तार पकड़ सकती है योजना
मुंबई में लोकल ट्रेनों को पूरी तरह से एसी बनाने की योजना को अब राजनीतिक समर्थन मिल सकता है, जिससे यह परियोजना फिर से गति पकड़ सकती है. इस योजना को पहले एनसीपी नेता शरद पवार द्वारा विरोध का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब रेलवे मंत्रालय ने इसे पुनः सक्रिय करने का निर्देश दिया है.
मुंबई की लोकल ट्रेनों को पूरी तरह एसी फ्लिट में बदलने की योजना एक बार फिर चर्चा में है. अब जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) और महायुति को राजनीतिक समर्थन मिला है, तो इस महत्वाकांक्षी परियोजना को गति मिल सकती है, जो अगस्त 2022 से राजनीतिक विरोध के कारण ठप पड़ी थी. पहले राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने मुंबई की लोकल ट्रेनों से एसी सेवाओं को पूरी तरह हटाने की मांग की थी, जिसका कारण उन ट्रेनों का सामान्य कामकाजी वर्ग के लिए उपयुक्त न होना था. इसके बाद, केंद्रीय रेलवे ने 10 नई एसी लोकल सेवाएं बंद कर दी थीं और इस परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया था.
हालांकि अब खबरें आ रही हैं कि भाजपा की राजनीतिक मजबूती के कारण इस परियोजना को फिर से सक्रिय किया जाएगा. एक भाजपा नेता ने कहा, "राजनीतिक समर्थन ने इस परियोजना को नई ताकत दी है और इसे अब तेज़ी से आगे बढ़ाया जाएगा."
मुंबई लोकल ट्रेनों के विकास में नई दिशा
रेल मंत्रालय ने 19 मई 2023 को मुंबई रेलवे विकास निगम (MRVC) को एक निर्देश जारी किया, जिसमें मुंबई की लोकल ट्रेनों को 'वंदे मेट्रो' ट्रेन में अपग्रेड करने का आदेश दिया गया. इस परियोजना के तहत, 238 वंदे मेट्रो ट्रेनें मुंबई अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट (MUTP) 3 और 3A के तहत खरीदी जानी हैं, जिन्हें केंद्र और राज्य सरकार मिलकर फंड करेंगे.
साथ ही, मंत्रालय ने निर्देश दिया कि ये ट्रेनें 'मेक इन इंडिया' के तहत निर्माण की जाएं, और इसके लिए टेंडर भी जारी किए जाएं. हालांकि, जुलाई 2023 में यह टेंडर अचानक रद्द कर दिया गया था, जिसका कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि यह राजनीतिक स्तर पर अटका हुआ था, लेकिन जल्दी ही समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा.
क्या कहते हैं मुंबईकर?
मुंबई के लोग लंबे समय से एसी लोकल ट्रेनों की मांग कर रहे हैं. डोम्बिवली के एक यात्री राजेश्वर मेहंदले का मानना है, "एसी लोकल ट्रेनों का मुद्दा सिर्फ आराम का नहीं, बल्कि सुरक्षा का भी है. बंद दरवाजों के साथ, ट्रैक पर गिरने की घटनाओं में काफी कमी आ सकती है."
एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने भी कहा, "अगर मुम्बईकरों को बेहतर गुणवत्ता वाली ट्रेन चाहिए, तो उन्हें इसके लिए कीमत चुकानी होगी. पिछले दस सालों में किराए में कोई वृद्धि नहीं हुई है, और लोकल ट्रेन का सफर आज भी सबसे सस्ता और तेज़ है."
निष्कर्ष
मुंबई में लोकल ट्रेनों को एसी बनाने की योजना अब तेज़ी से आगे बढ़ सकती है, और इसमें राजनीतिक समर्थन के साथ-साथ स्थानीय लोगों की सक्रिय भागीदारी भी महत्वपूर्ण होगी. यदि यह योजना सफल होती है, तो मुंबई की ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को एक नई दिशा मिल सकती है, जो न सिर्फ यात्रियों के लिए आरामदायक होगी, बल्कि उनकी सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगी.