सरकारी बंगला छोड़ने के बाद खिसियाए अखिलेश यादव, आलीशान आशियाने को बना डाला खंडहर
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपना सरकारी बंगला तो खाली कर दिया लेकिन जाने से पहले आलीशान आशियाने को लगभग तबाह कर दिया है. कभी महल जैसा दिखनेवाला सरकारी बंगला आज किसी टूटी-फूटी ईमारत की तरह हो गया है.
लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपना सरकारी बंगला तो खाली कर दिया लेकिन जाने से पहले आलीशान आशियाने को लगभग तबाह कर दिया है. कभी महल जैसा दिखनेवाला सरकारी बंगला आज किसी टूटी-फूटी ईमारत की तरह हो गया है. अखिलेश ने यह बंगला तीन जून को खाली कर दिया था लेकिन यूपी संपत्ति विभाग को उसकी चाबी शनिवार को सौंपी.
मिडिया के साथ जब राज्य संपत्ति विभाग के अफसरों ने आज जब बंगले का दौरा किया तो बाहर से लेकर अन्दर तक यह सुंदर बंगला पूरी तरह से बदला नजर आया. अधिकारियों ने जैसे ही गेट खोला तो वहां का नजारा देखकर सभी हैरान हो गए. सबकुछ टूट-फूट कर बिखरा था. यहा तक की तोड़नेवाले ने बंगले के बाहर बने बैडमिंटन कोर्ट और साईकल ट्रैक तक को नहीं बक्शा.
मिडिया द्वारा जो तस्वीर निकल कर आ रही है उसे देखकर तो लगता है की इस बंगले में बरसो से कोई नहीं गया है. बंगले के अन्दर की दीवार, फर्श सब कुछ टुटा था. यहा तक की घर के अन्दर लगे इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड तक को क्षतिग्रस्त किया गे था. कई जगहों की तो टाइल्स उखाड़ दी गई थी. इसके अलावा बंगले के बाहर बने सुंदर और हमेशा हरा-भरा रहने वाले गार्डन से भी कुर्सियां और बेंच गायब मिली.
अखिलेश और मुलायम के नए बंगले लखनऊ-सुलतानपुर रोड पर बने हैं. दोनों अब यहीं पर रहेंगे. अखिलेश यादव जब अपने सरकारी बंगले से अपनी पत्नी डिंपल यादव के साथ निकले तो वहां उनके समर्थकों की भारी भीड़ थी. अखिलेश ने बंगला खाली करने से एक दिन पहले कहा था कि यह अच्छी बात है कि उनका घर बनने लगा है. इससे पहले बसपा अध्यक्ष मायावती ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए लखनऊ में लालबहादुर शास्त्री मार्ग स्थित बंगला नंबर छह खाली कर दिया था.