अजमेर: पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला-कहा 60 साल सत्ता के बाद विपक्ष में भी हुई फेल
पीएम नरेन्द्र मोदी (Photo Credits twitter)

जयपुर: राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे की गौरव यात्रा के समापन के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को अजमेर पहुंचे. सीएम वसुंधरा राजे ने बीते चार अगस्त को राजसमंद से इस यात्रा की शुरुआत की थी, जिसके समापन समारोह में आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अजमेर के कायड़ पहुंचे. अपने भाषण के दौरान वसुंधरा राजे द्वारा आम जनता के बीच जाने को लेकर जहां उनकी तारीफ किया  वहीं, इस खास मौके पर उन्होंने विपक्ष पर भी जमकर बरसे.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अजमेर जरूर वसुंधरा राजे के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे हुए थे. लेकिन जिस स्थान पर उनकी सभा आयोजित की गई थी. वहां पर अचानक से तेज हवा के साथ धूल भरी आंधी आने के चलते पीएम मोदी को अपने भाषण को बीच में यह कहते हुए बंद करना पड़ा कि प्रकृति भी हमारा साथ देने के लिए आई है. विजय की आंधी भी चल पड़ी है और जब धरती माता आशीर्वाद देने आती है तो विजय निश्चित हो जाती है. यह भी पढ़े: राजस्थान, MP समेत 5 राज्यों में चुनाव की घोषणा,11 दिसंबर को आएंगे नतीजे..आज से आचार संहिता लागू

विपक्ष पर जमकर बरसे

प्रधानमंत्री मोदी को वसुंधरा राजे के कार्यक्रम में आंधी तूफान आने के चलते लोंगों  के बीच ज्यादा समय तक भाषण नहीं दे पाए. लेकिन उन्होंने  आम जनता से राजस्थान के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को चुनाव जीताने की बात कहते हुए कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि बड़ी मुश्किल से 60 साल बाद देश ने गति पकड़ी है, अब उन्हें यहां देखने का मौका भी नहीं देना है. उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष होना चाहिए. लेकिन दुर्भाग्य है कि बात है कि कांग्रेस 60 साल सत्ता में विफल होने के बाद अब विपक्ष में भी फेल हो गई है.

13 लाख परिवारों को मिली बिजली

प्रधानमंत्री ने अपने इस खास भाषण के दौरान आम जाना को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान में 13 लाख परिवार ऐसे थे जो 18वीं शताब्दी में अंधेरी नगरी में जीवन जीने को मजबूर थे. उनकी सरकार आने के बाद हर गांव और घर तक करीब 13 लाख परिवारों तक बिजली पहुंचाया गया.

गौरतलब हो कि चुनाव आयोग द्वारा राजस्थान में सात दिसंबर को चुनाव कराने की तारीख की घोषणा हुई है. ऐसे में देखने वाली बात होगी इस चुनाव में बीजेपी को आम जनता चुनती है या फिर कांग्रेस को. हालांकि दोनों पार्टियां के नेता जीत को लेकर अलग-अगल दावा कर रहे है. लेकिन इसका पता तो सात दिसंबर के बाद ही मालूम पड़ने वाला है.