मुंबई: रतन टाटा, राहुल बजाज के बाद अब मशहूर उद्योगपति अजीम प्रेमजी (Azim Premji) ने भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नागपुर मुख्यालय पर दस्तक दे दी. शनिवार को नागपुर पहुंचे अजीम प्रेमजी ने रेशिमबाग में संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार (RSS Founder Dr.Hedgewar)की समाधि पर जाकर श्रद्धांजलि दी, वहीं इसके बाद वह महाल स्थित संघ मुख्यालय में सरसंघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) से मिले.करीब आधे घंटे तक उनके बीच बातचीत चली. देश, समाज, अर्थव्यवस्था आदि मुद्दों पर बातचीत होने की संघ सूत्रों ने आईएएनएस को जानकारी दी.
आरएसएस से जुड़े एक पदाधिकारी के मुताबिक, "अजीम प्रेमजी उन चुनिंदा उद्योगपतियों में हैं, जो समाजिक दायित्वों को निभाने के लिए भी जाने जाते हैं। शिक्षा क्षेत्र में उनका फाउंडेशन अच्छा काम कर रहा है। भारी भरकम धनराशि भी वह समाजसेवा के लिए दान कर चुके हैं। अजीम प्रेमजी के व्यक्तित्व में छिपे इस गुण के कारण संघ उन्हें पसंद करता है.अजीम प्रेमजी इससे पहले 2015 में मोहन भागवत की मौजूदगी में संघ के समाजसेवा क्षेत्र में काम करने वाले सहयोगी संगठनों के कार्यक्रम 'राष्ट्रीय सेवा संगम' में भाग ले चुके हैं. यह भी पढ़े:पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बाद रतन टाटा करेंगे RSS चीफ मोहन भागवत के साथ मंच साझा
हालांकि बाद में उन्होंने कहा था कि किसी कार्यक्रम में भाग लेने का मतलब यह नहीं कि वह किसी का प्रचार कर रहे. वैसे, यह पहला मौका नहीं है, जब नागपुर जाकर संघ संस्थापक की समाधि पर किसी उद्योगपति ने श्रद्धासुमन अर्पित किए हों या फिर संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की हो. इससे पहले बीते 14 सितंबर को उद्योगपति राहुल बजाज ने नागपुर स्थित रेशिमबाग में डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर परिसर पहुंचकर संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार की प्रतिमा पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए थे. तब उनके साथ संघ के नागपुर महानगर संघचालक राजेश लोया, सह संघचालक श्रीधर गाडगे, विदर्भ प्रान्त प्रचारक प्रसाद महानकर मौजूद थे.वहीं, टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा पांच महीने में दो बार संघ मुख्यालय जा चुके हैं.
इस साल अप्रैल में नागपुर दौरे के दौरान वह संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिले थे. इससे पहले वह 28 दिसंबर 2016 को भी संघ मुख्यालय गए थे। वहीं वर्ष 2017 में संघ के दिवंगत नेता नाना पालकर की जन्मशती पर मुंबई में हुए एक अन्य कार्यक्रम में भी वह भागवत के साथ मंच साझा किए थे. संघ के विस्तार का सूत्र है-नए लोगों को जोड़ो और उन्हें संगठन के करीब लाओ। तटस्थ भाव या फिर विचारधारा से बैर रखने वालों से भी संघ संवाद और संपर्क कर दिल बदलने में यकीन रखता है.
इसी मकसद से समाज के हर प्रमुख वर्ग के बीच पैठ बनाने के लिए संघ ने संपर्क विभाग बना रखा है। संपर्क विभाग देश के विभिन्न क्षेत्रों की तमाम हस्तियों से संपर्क कर उन्हें संघ को करीब से जानने-समझने के लिए आमंत्रित करता है. साल 2018 में संघ शिक्षा के तृतीय वर्ष समापन समारोह में चाहे पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का जाना हो या फिर पिछले साल 18 अक्टूबर को विजयादशमी उत्सव पर नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी का पहुंचना, यह सब संपर्क विभाग की कोशिशों से हुआ. इसी कड़ी में इस साल आठ अक्टूबर, 2019 को संघ के विजयादशमी उत्सव के मुख्य अतिथि एचसीएल के चेयरमैन शिव नाडर बने हैं.
संघ का मानना है कि ऐसी हस्तियां जब संघ के प्रतीकों, कार्यक्रमों और अधिकारियों से जुड़तीं हैं तो विचारधारा के प्रचार-प्रसार को और बल मिलता है, साथ ही संगठन को लेकर फैलीं तमाम गलतफहमियों को भी दूर करने में मदद मिलती है. नागपुर के संघ विचारक दिलीप देवधर आईएएनएस से कहते हैं, "संघ के विस्तार में संपर्क विभाग एक इंजन की तरह काम कर रहा है, कुछ दिन पहले अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती भी रेशिमबाग में संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार के स्मृतिस्थल पर श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे थे.