चंद्रबाबू नायडू की राह चली ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल में भी CBI की खुली एंट्री पर रोक
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की राह पर चलते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई की खुली एंट्री पर रोक लगा दी है. यानि अब सीबीआई को कोई भी मामले में कार्रवाई के लिए पहले ममता सरकार से अनुमति लेनी होगी.
नई दिल्ली: देश में सीबीआई पर विवाद बढ़ता जा रहा है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की राह पर चलते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई की खुली एंट्री पर रोक लगा दी है. यानि अब सीबीआई को कोई भी मामले में कार्रवाई के लिए पहले ममता सरकार से अनुमति लेनी होगी. आंध्र प्रदेश सरकार के बाद अब पश्चिम बंगाल सरकार ने भी केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) को बिना इजाजत घुसने नहीं दिया जाएगा. पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने राज्य में सीबीआई से छापे मारने तथा जांच करने के लिए दी गयी 'सामान्य रजामंदी' वापस ले ली है.
आंध्र प्रदेश सरकार की घोषणा के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का समर्थन किया था. अपने इस फैसले पर ममता ने कहा ‘चंद्रबाबू नायडू ने बिल्कुल सही किया. भाजपा अपने राजनीतिक हितों और बदला लेने के लिए सीबीआई व अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है.’ यह भी पढ़ें- मोदी सरकार पर बरसी ममता बनर्जी, कहा- केंद्र महत्वपूर्ण संस्थानों को बर्बाद कर रहा है
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शुक्रवार की अधिसूचना के बाद सीबीआई को अब से अदालत के आदेश के अलावा अन्य मामलों में किसी तरह की जांच करने के लिए राज्य सरकार की अनुमति लेनी होगी. सीबीआई दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान कानून के तहत काम करती है. बता दें कि पश्चिम बंगाल में साल 1989 में तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार ने सीबीआई को छापे मारने और जांच करने की सामान्य रजामंदी दी थी.
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने इसकी घोषणा की थी. राज्य के कई शीर्ष अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद राज्य सरकार ने इस संबंध में इसी हफ्ते एक अधिसूचना जारी करते हुए सीबीआई पर खत्म हो जाने की बात कही थी.