यूपी: मोलेस्टेशन का रिपोर्ट लिखवाने आई नाबालिग की कॉन्स्टेबल ने की बेइज्जती, कहा-क्यों पहने हैं अंगूठी, चूड़ियां और लॉकेट, देखें वीडियो
नाज़िराबाद में एक 16 वर्षीय नाबालिग अपने साथ हुए मोलेस्टेशन का केस लिखवाने पुलिस स्टेशन आई थी. उसने हेड कॉन्स्टेबल को बताया कि कुछ लोगों ने उसके साथ छेड़-छाड़ की. जब उसके भाई ने जब उसे बचाने की कोशिश की तो उसे भी पीटा गया. सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.
कानपुर: नजीराबाद में एक 16 वर्षीय नाबालिग अपने साथ हुए मोलेस्टेशन का केस लिखवाने पुलिस स्टेशन आई थी. उसने हेड कॉन्स्टेबल को बताया कि कुछ लोगों ने उसके साथ छेड़-छाड़ की. जब उसके भाई ने जब उसे बचाने की कोशिश की तो उसे भी पीटा गया. सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें सुनाई दे रहा है कि युवती पुलिस को किसी अमर तिवारी और उसके परिवार के बारे में बता रही है कि उसके भाई को अमर तिवारी और उसके परिवार वालों ने बहुत मारा है. लेकिन हेड कॉन्स्टेबल लड़की की रिपोर्ट लिखने के बजाय उससे सवाल करता है कि ये छे-छे अंगुठियां दो लॉकेट और चूड़ा क्यों पहना रखा है? इसके बाद कॉन्स्टेबल लड़की से सवाल करता है कि वो कौन से क्लास में पढ़ती है. लड़की के साथ आए परिवार से किसी शख्स ने बताया कि वो पढ़ती नहीं है घर पर रहती है. पुलिस कॉन्स्टेबल लड़की से बार-बार पूछता है कि इन सब चीजों के पहनने से तुम्हे क्या लाभ है. लड़की के कंगन, अंगूठी और गले में लॉकेट पहनने के कारण कॉन्स्टेबल उसके कैरेक्टर पर उंगली उठाता है और कहता है कि ये सब देखकर पता चलता है कि तुम क्या हो? यहां तक कि वो लड़की के परिवार वालों पर भी इल्जाम लगाता है कि वो देखते नहीं है कि उनकी लड़की क्या करती है. इस वीडियो को देखकर साफ पता चलता है कि कॉन्स्टेबल रिपोर्ट दर्ज नहीं करना चाहता है और उल्टे पीड़ितों से सवाल कर उन्हें भगाना चाहता है.
ये मामला उजागर तब हुआ जब प्रियंका गांधी ने ये वीडियो सोशल मीडिया अपर शेयर किया. वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि,' छेड़खानी की रिपोर्ट लिखवाने गई लड़की के साथ थाने में इस तरह का व्यवहार हो रहा है. एक तरफ उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध कम नहीं हो रहे, दूसरी तरफ कानून के रखवालों का ये बर्ताव.महिलाओं को न्याय दिलाने की पहली सीढ़ी है उनकी बात सुनना.
आइए आपको दिखाते हैं इस घटना का पूरा वीडियो
बता दें कि यह घटना 22 जुलाई की है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्यवाही की गई और जिला लाइन भेज दिया गया है.