चंडीगढ़, 8 अक्टूबर : गार्जियंस ऑफ स्काईज 90 साल की उत्कृष्टता के साथ शनिवार को चंडीगढ़ में बादलों के बीच वायु सेना दिवस मना रहे हैं, पहली बार राष्ट्रीय राजधानी के बाहर वार्षिक दिवस समारोह आयोजित किया गया है. वायु योद्धा ड्रिल शोकेस और हवाई प्रदर्शन के अलावा राफेल, जगुआर, तेजस और मिराज 2000 'सेखों' फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे. वायु सेना स्टेशन पर एक औपचारिक परेड का आयोजन किया गया, जिसमें वायु सेना प्रमुख वी.आर. चौधरी ने सलामी ली.
परेड इवेंट में एएलएच एमके 4 हेलिकॉप्टर रुद्र फॉर्मेशन में फ्लाई पास्ट करेगा. कार्यक्रम में यांत्रिक परिवहन टीम परफॉर्म करेगी. इसके बाद वायु योद्धा ड्रिल टीम का प्रदर्शन देखने को मिलेगा. फ्लाई-पास्ट की शुरुआत एएन-32 विमान में पैराट्रपर्स की 'आकाश गंगा' टीम के साथ होगी. एमआई 17 वी5 हेलिकॉप्टर 'बांबी बकेट' का इस्तेमाल करते हुए आग बुझाने का काम करेंगे, जबकि एमआई17 (4) हेलीकॉप्टर हेलो कास्टिंग करेंगे. दोपहर बाद सुखना लेक में फ्लाई पास्ट होगा. यह भी पढ़ें : केंद्र सरकार ने वायुसेना में हथियार प्रणाली शाखा की स्थापना को मंजूरी दी : एअर चीफ मार्शल चौधरी
बधाई देते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "वायु सेना दिवस पर, साहसी वायु योद्धाओं और उनके परिवारों को मेरी बधाई, भारतीय वायु सेना ने दशकों से असाधारण कौशल दिखाया है. उन्होंने राष्ट्र को सुरक्षित किया है और आपदाओं के दौरान उल्लेखनीय मानवीय भावना भी दिखाई है." इस अवसर पर, आईएएफ द्वारा कर्मियों के लिए नई यूनिफॉर्म का अनावरण किया जाएगा. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय वायु सेना दिवस पर सभी साहसी आईएएफ वायु योद्धाओं और उनके परिवारों को बधाई और शुभकामनाएं दीं.