लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भिखारियों के जीवन और उनकी आर्थिक स्थिति पर एक विस्तृत सर्वे किया गया है, जो कई रोचक और चौंकाने वाले तथ्य सामने लाता है. इस सर्वे में यह पता चला है कि लखनऊ के लोग रोजाना लगभग 63 लाख रुपए भीख देते हैं.
सर्वे के प्रमुख आंकड़े
सर्वे के अनुसार, लखनऊ में 5312 भिखारी पाए गए हैं. यह सर्वे नगर निगम, समाज कल्याण विभाग और डूडा (डेवलपमेंट फॉर अर्बन एंड रूरल डवलपमेंट) द्वारा किया गया है. इस सर्वे में भिखारियों की आमदनी को लेकर कई दिलचस्प जानकारियाँ सामने आई हैं.
कई भिखारी रोजाना 3,000 रुपए तक कमा रहे हैं. यह आंकड़ा यह दर्शाता है कि भिखारी केवल एक सामाजिक समस्या नहीं हैं, बल्कि उनकी आमदनी भी काफी अधिक हो सकती है.
दिलचस्प बात यह है कि भीख मांगने में महिलाएं पुरुषों से आगे हैं. इस सर्वे में यह देखा गया है कि भिखारियों में महिलाओं की आय पुरुषों की तुलना में अधिक है.
लखनऊ - लखनऊ में भिखारियों को लेकर कराया गया सर्वे
➡63 लाख रुपए रोजाना भीख देते हैं लखनऊ के लोग
➡सर्वे में राजधानी लखनऊ में 5312 भिखारी मिले
➡नगर निगम, समाज कल्याण और डूडा कर रहा सर्वे
➡भिखारियों की आमदनी को लेकर सर्वे में हुआ खुलासा
➡3 हजार तक रोजाना कमा रहे लखनऊ के कई… pic.twitter.com/pidQeX6RNK
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) October 25, 2024
सर्वे में यह भी सामने आया है कि अधिकांश भिखारी लखनऊ के आसपास के जिलों जैसे हरदोई, बाराबंकी, सीतापुर और रायबरेली से आते हैं. यह भिखारी विभिन्न कारणों से लखनऊ आए हैं, जैसे आर्थिक तंगी, बेरोजगारी और अन्य सामाजिक मुद्दे.
यह सर्वे निश्चित रूप से लखनऊ की सामाजिक संरचना और आर्थिक स्थिति को समझने में मदद करेगा, और उम्मीद है कि इसके आधार पर सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे.