लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बीजेपी को घेरने के लिए अयोध्या जाएंगे उद्धव ठाकरे, पार्टी ने राम मंदिर को बताया अहम मुद्दा
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दशहरे के बाद अयोध्या जाने का फैसला किया है. बीजेपी से रिश्तों में आई खटास के बाद शिवसेना प्रमुख का राम जन्मभूमि अयोध्या जाने का फैसला राजनीति में नए उतार-चढाव ला सकता है.
मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दशहरे के बाद अयोध्या जाने का फैसला किया है. बीजेपी से रिश्तों में आई खटास के बाद शिवसेना प्रमुख का राम जन्मभूमि अयोध्या जाने का फैसला राजनीति में नए उतार-चढाव ला सकता है. शिवसेना ने मुंबई के कई इलाकों में 'चलो अयोध्या, चलो वाराणसी' के पोस्टर लगाए हैं. रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यासा के अध्यक्ष जन्मेजयशरण जी महाराज ने शिवसेना पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को अयोध्या में आमंत्रित किया है. जन्मेजयशरण महाराज ने कहा कि बिना शिवसेना के ताकत के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण नहीं हो सकता है.
जन्मेजयशरण महाराज ने बुधवार को शिवसेना भवन में उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी. इस मौके पर उन्होने उद्धव ठाकरे को अयोध्या आने का निमंत्रण भी दिया, जिसे पार्टी अध्यक्ष द्वारा स्वीकार किया गया है.
राम मंदिर निर्माण पर बीजेपी को घेरा
मौके पर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने राम मंदिर मुद्दे पर बीजेपी को घेरा, उन्होंने कहा कि राम मंदिर का नाम लेकर बीजेपी सत्ता में आई है लेकिन अभी तक बीजेपी ने मंदिर का निर्माण नहीं किया है. ठाकरे ने कहा कि कुछ दिनों पहले बीजेपी की ओर से कहा गया था कि लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा. बीजेपी के इस बयान से साफ होता है कि वह इस मुद्दे का इस्तेमाल चुनाव में करना चाहती है. यह भी पढ़ें- अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर बोले मोहन भागवत- विपक्ष खुल कर विरोध नहीं कर सकता
इससे पहले शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में भी बीजेपी को राम मंदिर मुद्दे के लिए घेरा था, और शिवसेना द्वारा अयोध्या जाने की बात कही थी. हालांकि अभी तक अयोध्या जाने के दिन के बारे में कोई निश्चित जानकारी पार्टी सूत्रों से नहीं मिली है.
राम मंदिर निर्माण पर ठाकरे ने कहा कि "भगवान राम का निर्वासन अभी खत्म नहीं हुआ है." ठाकरे ने कहा कि वह जल्द ही अयोध्या और वाराणसी जाएंगे. यह उत्तर भारत में उनके लाखों कार्यकर्ताओं की इच्छा है. वे चाहते थे कि उनके दिवंगत पिता बाला साहब ठाकरे, अयोध्या आएं. शिवसेना ने राम मंदिर के लिए बड़ा बलिदान दिया था.'