इस साल कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव में देश के 1200 नामचीन कलाकार लेंगे भाग, 23 से शुरु होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
यशोदानन्दन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मथुरा में इस बार अभूतपूर्व तरीके से मनाया जाएगा. इस मौके पर वृन्दावन स्थित वृन्दावन शोध संस्थान 20 से 26 अगस्त तक अपने तरीके से सात दिन तक कृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन करेगा. इस मौके पर वृन्दावन स्थित वृन्दावन शोध संस्थान 20 से 26 अगस्त तक अपने तरीके से सात दिन तक कृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन करेगा.
मथुरा : यशोदानन्दन भगवान श्री कृष्ण (Lord Krishna) का जन्मोत्सव मथुरा में इस बार अभूतपूर्व तरीके से मनाया जाएगा. राज्य सरकार ने इसे अद्भुत एवं भव्य बनाने के लिए 23, 24 और 25 अगस्त को शहर में बड़े पैमाने पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है.
सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के संस्कृति विभाग, राज्य पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में मथुरा के महाविद्या देवी-रामलीला मैदान में 23 से 25 अगस्त तक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इस कार्यक्रम में पार्श्व गायक शंकर महादेवन, भजन गायक अनूप जलोटा, महाभारत धारावाहिक में श्रीकृष्ण की भूमिका निभाने वाले नितीश भारद्वाज सहित कुल करीब बारह सौ कलाकार अपनी कला का जलवा बिखेरेंगे.
ब्रज विकास परिषद के उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी नागेंद्र प्रताप ने बताया, ‘‘मथुरा में कुछ मंदिरों में 23 अगस्त को जन्माष्टमी का आयोजन किया जाएगा. इसलिए 23 से ही सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरु किए जाएंगे.’’
उन्होंने बताया, ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार ही कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है और इसके उद्घाटन के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया है. ऐसे में संभावना है कि वह इस अवसर पर मथुरा में मौजूद रहेंगे.’’
इस मौके पर वृन्दावन स्थित वृन्दावन शोध संस्थान 20 से 26 अगस्त तक अपने तरीके से सात दिन तक कृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन करेगा. जिसमें भाग लेने वाले मूर्धन्य विद्वान श्रीकृष्ण से जुड़े अलग-अलग पक्षों पर शोधपरक व्याख्यानों देंगे. भगवान कृष्ण पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएगी.
संस्थान के भाषाधिकारी डॉ. ब्रजभूषण चतुर्वेदी ने बताया, ‘‘श्रीकृष्ण पर एकाग्र पंचवर्षीय शोध परियोजना ‘युग-युगीन श्रीकृष्णरू व्याप्ति और संदर्भ’ का शुभारंभ करने के साथ ही संस्कृति विभाग प्रदेश के सहयोग से सांझी, कैनवास प्रतियोगिता, रंगोली एवं श्रीराधा-कृष्ण रूप सज्जा प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी.’’