Luka Chuppi Film Review: समाज से ‘लुका छुपी’ खेलती है लिव-इन-रिलेशनशिप पर आधारित ये फिल्म

अगर आप कार्तिक आर्यन और कृति सनॉन की फिल्म ‘लुक्का छुप्पी’ देखने का प्लान बना रहे हैं तो उससे पहले हमारा ये रिव्यू जरूर पढ़ें

लुका छुपी फिल्म रिव्यू (Photo Credits: File Photo)

कास्ट: कार्तिक आर्यन, कृति सनॉन, अपारशक्ति खुराना, विनय पाठक, पंकज त्रिपाठी, और अतुल श्रीवास्तव.

निर्देशक: लक्षमण उतेकर

रेटिंग्स: 2.5 स्टार्स

कहानी: कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) और कृति सनॉन (Kriti Sanon) की रोमांटिक ड्रामा फिल्म 'लुका छुप्पी' (Luka Chuppi) की कहानी मथुरा में सेट की गई है. कहानी में दिखाया गया है कि लिव-इन-रिलेशनशिप (live-in-relationship) को लेकर समाज में बवाल मचा हुआ है और राजनीतिक पार्टियां अपने हित के लिए इस मुद्दे को उठाकर जमकर इसका बहिष्कार कर रही हैं. फिल्म में कार्तिक और अपारशक्ति एक पत्रकार की भूमिका में हैं तो वहीं विनय पाठक (Vinay Pathak) कृति के पिता की भूमिका में हैं जोकि एक राजनेता हैं और समाज में लिव-इन-रिलेशनशिप के खिलाफ मुहीम चलाए हुए हैं. कृति भी पत्रकार बनने की चाह से कार्तिक की मीडिया कंपनी में इंटर्न के तौर पर जुड़ती हैं. अब जैसा कि एक साधारण लव स्टोरी फिल्म में होता है, यहां लीड एक्टर्स कार्तिक और कृति को एक दूसरे से प्रेम हो जाता है. एक दिन कार्तिक कृति के सामने शादी का प्रस्ताव रखते लेकिन कृति पहले उनके साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने की बात कहती हैं.

फिर क्या, ये दोनों अपने परिवार से छिप-छिपाकर लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने लगते हैं और यहीं से फिल्म में कई मोड़ आते हैं. फिल्म की कहानी ऐसा मोड़ लेती है कि कार्तिक और कृति अपने परिवार को इस रिश्ते के बारे में बता नहीं पाते और इसके चलते इन दोनों की जिंदगी में काफी बवाल मचता है. फिल्म की कहानी में रोमांस है, कॉमेडी है और कुछ जगहों पर ड्रामा भी है. फिल्म की कहानी को काफी विस्तृत किया गया है जिसके चलते आपको ये बीच-बीच में टीवी के डेली सोप जैसा फील भी देगी. फिल्म का फर्स्ट हाफ काफी प्रेडिक्टिव है तो वहीं सेकंड हाफ में काफी ट्विस्ट्स देखने को मिलते हैं. फिल्म की कहानी में लिव-इन-रिलेशनशिप के मुद्दे के अलावा ऐसा कोई नयापन देखने को नहीं मिलता.

अभिनय: फिल्म में कार्तिक ने अपने अभिनय को बढ़िया ढंग से निभाया लेकिन उनसे और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी. फिल्म में कृति की एक्टिंग ठीक-ठाक है. उनमें इमोशन्स की कमी नजर आती है. बात करें अपारशक्ति खुराना और पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) की तो ये अपनी एक्टिंग और डायलॉग्स से आपको लोटपोट कर देंगे. इसी के साथ फिल्म में विनय पाठक और अतुल श्रीवास्तव का काम भी मजेदार है.

म्यूजिक: फिल्म के म्यूजिक में भी ऐसी कोई खास बात नहीं है. यहां ऐसा कोई गाना और म्यूजिक नहीं जो सिनेमाघर से निकलने के बाद भी आपके जहन में बना रहे. फिल्म में पंजाबी सॉन्ग ‘लौंग लाची’ (Laung Laachi) का हिंदी रीमेक किया गया है जो आपको पसंद आ सकता है.

फाइनल टेक: इस फिल्म की कहानी में ऐसी कोई नई बात नहीं जो इसे अन्य लव स्टोरी फिल्मों से अलग बनाए. फिल्म में जिस तरह से इसके किरदारों ने अपने अभिनय को निभाया है उसके चलते आप इस फिल्म को एन्जॉय करेंगे. इस फिल्म की कहानी को जिस तरह से बढ़ाया गया है इसके चलते कुछ कुछ जगहों पर आप बोर हो जाएंगे. फिल्म की कॉमिक टाइमिंग्स और इसके डायलॉग्स इसकी खासियत है. इस फिल्म लिव-इन-रिलेशनशिप को लेकर समाज को एक सुंदर मैसेज देती है. ओवरऑल बात करें तो अगर आपको रोमांटिक और लव स्टोरी बेस्ड फिल्में पसंद है या फिर आप कार्तिक या कृति के फैन हैं तो आपको ये फिल्म बेहद पसंद आएगी. वरना आपको फिल्म की कहानी में कोई लॉजिक और स्पेशल एंटरटेनमेंट नजर नहीं आएगा.

Rating:2.5out of 5
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