निंदात्मक भाषण के लिए फिल्म से हटाए गए क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह
पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह को 'निंदात्मक भाषण' के लिए निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने अपनी फिल्म से हटाया दिया है. अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' का पहला शेड्यूल इस हफ्ते मसूरी में शुरू हुआ है. फिल्म को लॉकडाउन से पहले मार्च के महीने में शूट करने की योजना थी.
पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के पिता योगराज सिंह (Yograj Singh) को 'निंदात्मक भाषण' के लिए निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) ने अपनी फिल्म से हटाया दिया है. अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files) का पहला शेड्यूल इस हफ्ते मसूरी में शुरू हुआ है. फिल्म को लॉकडाउन से पहले मार्च के महीने में शूट करने की योजना थी. योगराज सिंह तब से इस फिल्म का हिस्सा हैं. अब ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें फिल्म से हटा दिया गया है.
भारत के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने अक्सर भारतीय क्रिकेट पर आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर विवाद खड़ा किया है, खासकर पूर्व कप्तान एमएस धोनी के संदर्भ में. समय और फिर से, योगराज ने गलत कारणों से सुर्खियों में आने का एक रास्ता खोज लिया है. इस बार, उन्होंने नए कृषि कानूनों को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों में अत्यधिक निंदनीय, भड़काऊ और अपमानजनक भाषण देकर सबके भावनाओं को ठेस पहुचायी है. निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने कहा मैंने अपनी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' के लिए योगराज सिंह को एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका के लिए कास्ट किया था और मैंने उनसे लंबी बातचीत की थी. मुझे पता था कि उनका विवादित बयान देने का इतिहास है, लेकिन मैंने इस बात को नजरअंदाज कर दिया कि जैसे मैं आमतौर पर कला और कलाकार को नहीं मिलाता. मैं एक कलाकार की राजनीति को दूर रखता हूं." यह भी पढ़े: Sushant Singh Rajput Death Case: विवेक अग्निहोत्री ने लगाया बड़ा आरोप, कहा- एक ‘स्टार’ ने ‘फार्म हाउस’ पर सुशांत सिंह राजपूत का करियर खत्म करने की धमकी दी थी
विवेक ने कहा, "जब मुझे उनके भाषण के बारे में पता चला, तो मैं चौंक गया. मैं किसी को भी इस तरह महिलाओं के बारे में बात करने को बर्दाश्त नहीं कर सकता. यह सिर्फ हिंदू महिलाओं या मुस्लिम महिलाओं के बारे में नहीं है, लेकिन उन्होंने सामान्य रूप से महिलाओं के बारे में इतनी बुरी बात कही है. इसके शीर्ष पर, उन्होंने इस तरह की घृणित और विभाजनकारी कथा बनाने की कोशिश की. मेरी फिल्म कश्मीर में अल्पसंख्यकों के नरसंहार के बारे में है. मैं किसी ऐसे व्यक्ति को नहीं चुन सकता जो समाज को और विशेष रूप से धर्म के आधार पर विभाजित करने का प्रयास कर रहा हो. मैंने उसे एक समाप्ति पत्र भेजा है. वह अब मेरी फिल्म का हिस्सा नहीं हैं." यह भी पढ़े: डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने बताया ‘द ताशकंद फाइल्स’ में मिथुन चक्रवर्ती और नसीरुद्दीन शाह को साथ लाना एक चुनौती जैसा था
विवेक ने आगे कहा कि मैं ऐसी फिल्में बनाता हूं जो सच्चाई को उजागर करती हैं और मैं नहीं चाहता कि यह व्यक्ति इस सच्चाई का हिस्सा बने. उसने जो भी कहा वह घृणास्पद था और इस तरह के लोग सिर्फ हिंसा पैदा करना चाहते हैं.
वर्क फ्रंट की बात करें तो, प्रतिभाशाली निर्देशक ने भारत के पहले 'स्कूल ऑफ क्रिएटिविटी' के लिए रचनात्मक गुरु बन गए हैं. उन्होंने कुछ समय पहले 'द लास्ट शो' नामक एक और फिल्म की शूटिंग भी पूरी की.